लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार कांग्रेस के नेताओं पर कार्रवाई करने का मात्र नाटक कर रही है क्योकि अभी तक कोई भी भ्रष्टाचारी आरोपी नेता की जांच पूरी नहीं हुई और ना ही भ्रष्टाचारी जेल भेजा गया। जांच एजेंसियां केवल छापा मारने का ड्रामा कर रही है। यह ड्रामा कैसा है इसका उदाहरण यह है कि अगर कोई अपराधी अपराध करता है और उसे जानकारी हो जाती है कि उसके खिलाफ जांच शुरू हो गई है तो क्या अपराधी अपराध के सुबूत महीनों तक घर पर रखेगा जिससे की जांच एजेंसियों को सबूत मिल जाए। यही स्थिति मोदी सरकार के जांच एजेंसियों की है कि अगर पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदम्बरम और उनके बेटे कार्ति चिदम्बरम ने वित्तीय अनिमियततायेँ की है और उन्हे पता है कि एजेंसिया जांच कर रही है तो क्या वह सबूत जांच एजेंसियों के लिए घर पर रखेंगे। यह एक सामान्य व्यक्ति भी नहीं सोच सकता फिर चिदम्बरम जैसा व्यक्ति ऐसा करेगा। तो सवाल यह उठता है कि कार्रवाई के बजाय केवल जांच एजेंसियां अपमानित करने के लिए जांच का नाटक नहीं कर रही है।
  
                                            
                                          
                                            
                                                15th February, 2018
                                            
                                        
 
                                                    
                                                 
                                                    
                                                 
                                                    
                                                 
                                                    
                                                