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नगरीय चुनाव में योगी की अग्नि परीक्षा, घबड़ाये भाजपा नेतृत्व ने विधायकों को जिम्मेदारी सौपी

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नगरीय चुनाव में योगी की अग्नि परीक्षा, घबड़ाये भाजपा नेतृत्व ने विधायकों को जिम्मेदारी सौपी

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सूत्रों का कहना है कि भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद भी महेन्द्र नाथ पाण्डेय अभी संगठन के कार्यो में कोई दिलचस्पी नही ले रहे है। पाण्डेय को अभी नयी टीम बनाने की भी मंजूरी नही मिल पायी है। अप्रत्यक्ष रूप से सुनील बंसल ही पिछले डेढ़ वर्ष से संगठन पर हावी है। विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन से लेकर, योगी सरकार में मंत्रियों के चयन और उनके विभाग बंटवारे में बंसल की महति भूमिका रही है। यूपी भाजपा में बंसल को अमित शाह का आंख-कान-नाक माना जाता है। मुख्यमंत्री बनने के बाद भ्रष्टाचार के मुद्दों पर योगी की कई बार सुनील बंसल से तीखी झड़प हुई। इस तकरार में अमित शाह ने हमेशा ही सुनील बंसल का साथ दिया जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सार्वजनिक तौर पर कई बार योगी के कार्यो की प्रशंसा की। योगी की प्रशंसा से अमित शाह चिढ़े हुए है।

बंसल लावी का कहना है कि 2019 के लोकसभा चुनाव का खर्चा योगी नही उठा पाएंगे और ऐसे में संगठन के खर्चे से लेकर चुनाव तक के खर्चे के प्रबन्धन की जिम्मेदारी सुनील बंसल की ही है। यही कारण है कि सुनील बंसल ने अपने साथ ऐसी तिगड़ी बना रखी है जो पहले से ही धन उगाही के लिए बहुचर्चित चेहरे रहे है।