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भाजपा को सता रही ब्राह्मणों की नाराजगी, संगठन पर पकड़ बनाने को महेन्द्र पाण्डेय की परीक्षा

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भाजपा को सता रही ब्राह्मणों की नाराजगी, संगठन पर पकड़ बनाने को महेन्द्र पाण्डेय की परीक्षा

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लगभग डेढ़ वर्षो तक अध्यक्ष रहते और विधानसभा चुनाव में भाजपा की भारी बढ़त के बाद भी केशव प्रसाद मौर्य कभी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में स्थापित ही नही हो पाये। इस अवधि में प्रदेश भाजपा पर महामंत्री संगठन सुनील बंसल का ही पूरा प्रभुत्व है और अध्यक्ष उनके इशारे पर काम करने को विवश। केशव मौर्या तो पिछड़ी जाति और प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका में रहकर प्रदेश सरकार में उपमुख्यमंत्री पद हासिल करने में कामयाब हो गये परन्तु केन्द्रीय मंत्रिमंडल से विदाई लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बने महेन्द्र नाथ पाण्डेय के लिए अपने महामंत्री के अधीन काम करने और कार्यकर्ताओं में अपने वर्चस्व का संदेश देने की चुनौती होगी। महेन्द्र नाथ पाण्डेय का महामंत्री संगठन के समक्ष समर्पण ब्राह्मण अस्मिता के लिए भी सवालिया निशान होंगे।