यूरीड न्यूज़-जयाप्रदा जो अब राजनीति में है उन्होंने कई सारे राज खोले है। एकतरफ उन्होंने अमर सिंह को अपना ‘गॉडफादर' बताया है वहीं दुसरी तरफ सपा नेता और रामपुर से विधायक आजम खान पर भी गंभीर आरोप लागते हुए दावा किया कि आजम खान ने उनके उपर तेजाब हमला कराने की कोशिश की थी।
उन्होंने कहा है कि अमर सिंह को राखी भी बांध दें, तब भी लोग उनके बारे में गलत सोचना बंद नहीं कर देंगे। उत्तर प्रदेश के रामपुर से लोकसभा की पूर्व सदस्य ने सपा से निष्कासित किए जाने के बाद अमर सिंह के साथ राष्ट्रीय लोक मंच बनाया था। जयाप्रदा ने अमर सिंह के साथ अपने संबंधों को नकारते हुए कहा कि ‘मेरे जीवन में कई लोगों ने मेरी मदद की है और अमर सिंह जी मेरे गॉड फादर हैं'।
जयाप्रदा ने मुंबई में क्वींसलाइन लिटरेचर फेस्टिवल में शामिल होने आयी थी। उन्होंने बातचीत के दौरान दावा किया, ‘जिस परिस्थिति में मैं एक महिला के तौर पर आजम खान के साथ चुनाव लड़ रही थी, उस समय मुझ पर तेजाब हमला और मेरी जान को खतरा था...
जब कभी मैं घर से बाहर जाती मैं अपनी मां को यह भी नहीं बता सकती थी कि मैं जिंदा लौटूंगी या नहीं' । उन्होंने कहा कि उनका समर्थन करने को कोई नेता सामने नहीं आया। ‘मुलायम सिंह जी ने मुझे एक बार भी फोन नहीं किया' जयाप्रदा ने कहा कि जब उनकी तस्वीरों में विद्वेषपूर्ण बदलाव कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया, तब उन्होंने आत्महत्या करने तक की सोची थी. जयाप्रदा ने कहा, ‘अमर सिंह डायलिसिस पर थे और मेरी तस्वीरों में विद्वेषपूर्ण बदलाव कर उसे क्षेत्र में फैलाया जा रहा था। मैं रो रही थी और कह रही थी कि अब मुझे और नहीं जीना है, मैं आत्महत्या करना चाहती हूं। मैं सदमे में थी और किसी ने मेरा समर्थन नहीं किया''। ‘‘डायलिसिस से आने पर सिर्फ अमर सिंह जी मेरे साथ खड़े हुए, मेरा समर्थन किया। आप उनके बारे में क्या सोचते हैं? गॉडफादर या फिर कोई और? यदि मैं उन्हें राखी भी बांध दूं तब क्या लोग बातें करना बंद कर देंगे? लोग क्या कहते हैं मुझे परवाह नहीं''।उन्होंने कहा कि पुरूष प्रधान इस व्यवस्था में किसी महिला के लिए नेता बनना असली चुनौती है। जयाप्रदा ने कहा, ‘‘एक पार्टी से सांसद रहने के दौरान भी मुझे नहीं बख्शा गया। आजम खान ने मुझे प्रताड़ित किया।
उन्होंने कहा है कि अमर सिंह को राखी भी बांध दें, तब भी लोग उनके बारे में गलत सोचना बंद नहीं कर देंगे। उत्तर प्रदेश के रामपुर से लोकसभा की पूर्व सदस्य ने सपा से निष्कासित किए जाने के बाद अमर सिंह के साथ राष्ट्रीय लोक मंच बनाया था। जयाप्रदा ने अमर सिंह के साथ अपने संबंधों को नकारते हुए कहा कि ‘मेरे जीवन में कई लोगों ने मेरी मदद की है और अमर सिंह जी मेरे गॉड फादर हैं'।
जयाप्रदा ने मुंबई में क्वींसलाइन लिटरेचर फेस्टिवल में शामिल होने आयी थी। उन्होंने बातचीत के दौरान दावा किया, ‘जिस परिस्थिति में मैं एक महिला के तौर पर आजम खान के साथ चुनाव लड़ रही थी, उस समय मुझ पर तेजाब हमला और मेरी जान को खतरा था...
जब कभी मैं घर से बाहर जाती मैं अपनी मां को यह भी नहीं बता सकती थी कि मैं जिंदा लौटूंगी या नहीं' । उन्होंने कहा कि उनका समर्थन करने को कोई नेता सामने नहीं आया। ‘मुलायम सिंह जी ने मुझे एक बार भी फोन नहीं किया' जयाप्रदा ने कहा कि जब उनकी तस्वीरों में विद्वेषपूर्ण बदलाव कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया, तब उन्होंने आत्महत्या करने तक की सोची थी. जयाप्रदा ने कहा, ‘अमर सिंह डायलिसिस पर थे और मेरी तस्वीरों में विद्वेषपूर्ण बदलाव कर उसे क्षेत्र में फैलाया जा रहा था। मैं रो रही थी और कह रही थी कि अब मुझे और नहीं जीना है, मैं आत्महत्या करना चाहती हूं। मैं सदमे में थी और किसी ने मेरा समर्थन नहीं किया''। ‘‘डायलिसिस से आने पर सिर्फ अमर सिंह जी मेरे साथ खड़े हुए, मेरा समर्थन किया। आप उनके बारे में क्या सोचते हैं? गॉडफादर या फिर कोई और? यदि मैं उन्हें राखी भी बांध दूं तब क्या लोग बातें करना बंद कर देंगे? लोग क्या कहते हैं मुझे परवाह नहीं''।उन्होंने कहा कि पुरूष प्रधान इस व्यवस्था में किसी महिला के लिए नेता बनना असली चुनौती है। जयाप्रदा ने कहा, ‘‘एक पार्टी से सांसद रहने के दौरान भी मुझे नहीं बख्शा गया। आजम खान ने मुझे प्रताड़ित किया।
2nd February, 2019