
यूरीड मीडिया- यूपी विधानसभा में शीतकालीन सत्र का बुधवार को दूसरा दिन था। इस दौरान वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन में अनुपूरक बजट पेश किया। यह बजट 28 हजार 760 करोड़ 67 लाख का है। यह पिछले बजट 33 हजार 768 करोड़ रुपए की तुलना में करीब 5 हजार करोड़ कम है।
इस दौरान सदन का माहौल तब काफी गरम हो गया, जब नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक डेंगू पर आमने-सामने आ गए। सदन की कार्यवाही कल यानी गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। आज कार्यवाही 4 घंटा 16 मिनट तक चली।
सदन में नेता विपक्ष अखिलेश यादव ने कहा, ''अस्पतालों की तस्वीरें देखकर दुख होता है। डेंगू जैसी बीमारी का जो सरकार इलाज नहीं करा पा रही, वह एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का सपना देख रही है।
अखिलेश की इस बात पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने तुरंत जवाब दिया। उन्होंने कहा, ''हमने टेस्ट बढ़ाए हैं। एलाइजा मशीन हर जिले में हैं। आपकी पीड़ा बुखार नहीं है। विपक्ष की पीड़ा गरीब जनता नहीं है। ये राजकुमार हैं, विपक्ष में बैठना नहीं चाहते। इस दौरान सदन में जमकर हंगामा और खूब नारेबाजी हुई।
अखिलेश यादव ने नेता सदन से किए दो सवाल
1- भाजपा के एक पूर्व सांसद अपने बेटे को लेकर अस्पताल आते हैं। उन्हें पता चलता है कि इसका इलाज अगर जल्दी नहीं मिलेगा, तो जान नहीं बचेगी। वो एक से दूसरे अस्पताल घूमते रहे और बेटे की जान चली गई। क्या यही डबल इंजन की सरकार है?
2- PGI से लोहिया संस्थान फिर KGMU 9 घंटे बच्चा एम्बुलेंस में रहा। फिर उसकी मौत हो जाती है। ये डबल इंजन की सरकार है। ये सरकारी संस्थाओं को इसलिए नहीं मजबूत कर रहे, क्योंकि प्राइवेट को बढ़ावा दे रहे हैं। ये सरकार बताए कि कोई एक जिला अस्पताल बनाया हो, जहां गरीब जनता को इलाज मिल रहा हो।
योगी बोले- याद रखना ये डबल इंजन सरकार है, केवल बोलती नहीं...
नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने कहा- उत्तर प्रदेश 25 करोड़ की आबादी का राज्य है। अलग-अलग क्षेत्र में अलग बीमारियां देखने को मिलती हैं। आपने केवल डेंगू की चिंता की है। ये एक प्रकार का फ्लू है। लेकिन, मुझे आश्चर्य है कि जो सदस्य रविदास मेहरोत्रा जी सवाल उठा रहे थे, तो मुझे उनके स्वास्थ्य की चिंता हो रही थी।
याद रखना ये डबल इंजन की सरकार है। केवल बोलती नहीं कर के भी दिखाती है। प्रदेश में 10 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत के तहत 5 लाख रुपए सलाना का स्वास्थ्य बीमा कवर करा रही है। ये पूरा सदन गवाह है कि हर सदस्य को सालाना 25 लाख अपनी निधि से देने का अधिकार दिया गया है। मुख्यमंत्री राहत कोष से हम चेहरा देखकर पैसा नहीं देते हैं। जो भी पीड़ित आवेदन करता है, उसे मदद दी जाती है।
सपा विधायक ने उठाया था डेंगू का मुद्दा, बोले-लोग इलाज के लिए तरस रहे
सपा विधायक लालजी वर्मा ने सदन में डेंगू का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, "आज उत्तर प्रदेश में भयंकर रूप डेंगू ले चुका है। स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं, अभी तक कोई भी बजट नहीं है। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे उत्तर प्रदेश सरकार के डिप्टी सीएम डेंगू के मरीजों का इलाज नहीं करवा पा रहे। इस मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। क्योंकि आज लोग इलाज के लिए तड़प और तरस रहे हैं। डेंगू के इलाज को लेकर चर्चा और सुझाव पर बहस होनी चाहिए। मुख्यमंत्री भी सदन में मौजूद हैं, यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है।"
अनुपूरक बजट में किसानों पर खास फोकस
28 हजार 760 करोड़ 67 लाख रुपए के बजट में किसानों को सिंचाई के लिए नलकूप कनेक्शन पर फ्री बिजली देने पर फोकस है। इसके लिए 900 करोड़ रुपए बजट रखा गया। गन्ना बकाया के भुगतान के लिए 400 करोड़ रुपए बजट तय किया गया। चालू योजनाओं के काम के लिए 21 हजार 339 करोड़ रुपए बजट तय किया गया। राजस्व लेख पर 19 लाख 46 हजार 39 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
जब संसदीय कार्य मंत्री ने पढ़ा शेर- 'आइना जब भी उठाया करो, पहले देखा करो...'
इससे पहले अखिलेश ने कहा-बड़े संघर्षों के बाद ऊर्जा मंत्री बने हैं। नए मंत्री बने हैं तो झटका न दीजिए। कितने नए ट्रांसफॉर्मर लगवाए, ये बताएं।
इसी बीच, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बोल पड़े। उन्होंने अखिलेश को जवाब दिया- 2017 से पहले एक सप्ताह दिन में और एक सप्ताह रात में बिजली आती थी। हमने पूरे प्रदेश को बिजली दी। इसी बीच सदन में भारी हंगामा हुआ। जमकर नारेबाजी चली।फिर अखिलेश यादव खड़े हो गए। अखिलेश ने ब्रजेश पाठक से कहा- स्वास्थ्य मंत्री को बिजली की चिंता नहीं होनी चाहिए। अभी डेंगू पर आपसे बात करेंगे। उसकी चिंता कीजिए। इस बीच, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने शेर पढ़ते हुए सपा पर निशाना साधा। कहा- आइना जब भी उठाया करो, पहले देखा करो, फिर दिखाया करो।
सपा विधायक विरोध में काले कपड़े पहनकर पहुंचे
विधानसभा सत्र की कार्यवाही में शामिल होने के लिए पहुंचे सपा विधायक विधानसभा में ही चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए। मंहगाई, कानून व्यवस्था, बेरोजगारी समेत कई मुद्दों पर पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान सपा विधायक काले कपड़े पहनकर पहुंचे थे।
अखिलेश बोले-शोर नहीं...सरकार बहरी हो तो जगा रहे
सत्र शुरू होते हुए सपा के विधायकों ने नारेबाजी कर दी। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने नारेबाजी न किए जाने का आग्रह किया। इस पर अखिलेश यादव ने कहा- सदन में शोर नहीं मचा रहे हैं। जो सरकार बहरी हो जाए, उसे हम लोग जगाने का काम कर रहे हैं। वहीं, सदन में अखिलेश ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और मंत्री एके शर्मा पर तंज कसने पर खूब हंगामा हुआ। सदन में अखिलेश और पाठक आमने-सामने आ गए।
कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा (मोना) विधानभवन पहुंचीं। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा- बहुत से विभाग में 20 से 30% बजट सरकार खर्च नहीं कर पा रही है। बड़े-बड़े आंकड़ों में बजट पेश कर अपनी उपलब्धि गिना रही है। सरकार सिर्फ जनता के साथ छलावा कर रही है।
सपा विधायक ने उठाया था डेंगू का मुद्दा, बोले-लोग इलाज के लिए तरस रहे
29th November, 2023