यूरीड मीडिया- 1949 में संविधान सभा द्वारा संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में 26 नवंबर को 2015 से संविधान दिवस के रूप में चिह्नित किया गया है। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, "भारत को एक सप्ताह में G20 की अध्यक्षता की जिम्मेदारी मिलने वाली है। यह देश के लिए एक बहुत बड़ा अवसर है।" प्रधानमंत्री ने न्याय तक आसान पहुंच के लिए डिजिटल पहल करने के लिए न्यायपालिका की सराहना की।
वहीं, भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने संविधान दिवस के अवसर पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को याद किया। चीफ जस्टिस ने भारत के पहले प्रधानमंत्री द्वारा देश की आजादी की रात दिया भाषण 'Tryst with Destiny' का जिक्र करते हुए कहा, "अतीत किसी न किसी रूप में हमसे अभी भी जुड़ा हुआ है। अक्सर किए गए वादों को भुनाने से पहले हमें बहुत कुछ करना होगा।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की उपस्थिति में सुप्रीम कोर्ट में संविधान दिवस समारोह को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत का संविधान इसकी सबसे बड़ी ताकत है। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने चार डिजिटल कोर्ट की भी शुरुआत की। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "संविधान देश की प्रगति को आगे बढ़ाने वाली सबसे बड़ी ताकत है।" उन्होंने युवाओं से बहस और चर्चा में भाग लेने का आग्रह किया
वहीं, भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने संविधान दिवस के अवसर पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को याद किया। चीफ जस्टिस ने भारत के पहले प्रधानमंत्री द्वारा देश की आजादी की रात दिया भाषण 'Tryst with Destiny' का जिक्र करते हुए कहा, "अतीत किसी न किसी रूप में हमसे अभी भी जुड़ा हुआ है। अक्सर किए गए वादों को भुनाने से पहले हमें बहुत कुछ करना होगा।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की उपस्थिति में सुप्रीम कोर्ट में संविधान दिवस समारोह को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत का संविधान इसकी सबसे बड़ी ताकत है। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने चार डिजिटल कोर्ट की भी शुरुआत की। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "संविधान देश की प्रगति को आगे बढ़ाने वाली सबसे बड़ी ताकत है।" उन्होंने युवाओं से बहस और चर्चा में भाग लेने का आग्रह किया
26th November, 2022