यूरीड मीडिया- पिछले सौ साल में कभी भी इस तरह से देवरिया शहर बाढ़ में नहीं डूबा है। यह पहली बार है जब देवरिया की यह हालत हुई है। प्रशासन की लापरवाही के कारण पूरा शहर एक तालाब बन गया है। 2 से लेकर 5 फुट तक जलभराव शहर के विभिन्न इलाकों में आसानी से देखने को मिल जायेगा। सिविल लाइन जो शहर का VIP एरिया माना जाता है, सब डूब गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार विकास की बात करते है लेकिन विकास की योजनाओं में लगातार घोटाले हो रहे हैं। देवरिया शहर के लिए पिछले डेढ़ दशक में 150 करोड़ से अधिक धनराशि शहर के पानी निकासी, सड़क, रोड व सीवर के लिए आ चुकी है। लेकिन यह सभी धनराशि अधिकारियों ने विकास की औपचारिकता पूरी करके लूट लिया है। इसका खामियाजा देवरिया शहर की जनता भुगत रही है। कोविड संकट में घरों में जल भराव से और दूसरी महामारी की फ़ैल सकती है। जिलाप्रशासन इस बाढ़ की स्थिति से निपटने में पूरी तरह असमर्थ है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करते है लेकिन उन्ही के नाक के नीचे अफसर भ्रष्टाचार करके आपदा को अवसर में बदलने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है। इसका खामियाजा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ निर्दोष जनता भुगत रही है। तस्वीरों में देखिये डूबा हुआ देवरिया-
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार विकास की बात करते है लेकिन विकास की योजनाओं में लगातार घोटाले हो रहे हैं। देवरिया शहर के लिए पिछले डेढ़ दशक में 150 करोड़ से अधिक धनराशि शहर के पानी निकासी, सड़क, रोड व सीवर के लिए आ चुकी है। लेकिन यह सभी धनराशि अधिकारियों ने विकास की औपचारिकता पूरी करके लूट लिया है। इसका खामियाजा देवरिया शहर की जनता भुगत रही है। कोविड संकट में घरों में जल भराव से और दूसरी महामारी की फ़ैल सकती है। जिलाप्रशासन इस बाढ़ की स्थिति से निपटने में पूरी तरह असमर्थ है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करते है लेकिन उन्ही के नाक के नीचे अफसर भ्रष्टाचार करके आपदा को अवसर में बदलने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है। इसका खामियाजा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ निर्दोष जनता भुगत रही है। तस्वीरों में देखिये डूबा हुआ देवरिया-
24th September, 2020