लखनऊ, यूरीड मीडिया न्यूज। आजादी के सात दशक दौरान दुनिया का सुपर पावर माना जाने वाला अमेरिका के राष्ट्रपतियों ने हिन्दुस्तान में सात दौरे किये है जबकि हिन्दुस्तानी प्रधानमंत्रियों में नेहरू से लेकर मोदी तक 30 दौरे किये है इन दौरों में सर्वाधिक रिकार्ड फिलहाल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खाते में है। जिन्होंने 10 साल के कार्यकाल में 8 बार अमेरिकी यात्रा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका के राष्ट्रपति से आठवीं मुलाकत हो होने जा रही है लेकिन उनके दौरे मनमोहन सिंह के तुलना में अभी तक कम है। हो सकता है आने वाले दिनों में अमेरिकी दौरे के मनमोहन सिंह का रिकार्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तोड़े लेकिन फिलहाल अभी मनमोहन सिंह भी अमेरिका दौरे में प्रथम स्थान पा रहे है।
कब-कब की भारतीय प्रधानमंत्री अमेरिकी दौरा-
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू 1949 में 11-15 अक्टूबर तक पहली यात्रा की। हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव और सीनेट सदस्यों से वार्ता की। राष्ट्रपति टूमैन उनकी वार्ता असफल रही क्योंकि उन्होंने किसी भी प्रकार की मदद से इन्कार कर दिया। दूसरा दौरा 1956 में 16-20 दिसंबर के बीच किया। डेढ़ दिन राष्ट्रपति आइजनऑवर के फॉर्म हाउस पर बिताया। वार्ता सफल रही। अमेरिका ने भारत को दी जाने वाली आर्थिक मदद को बढ़ाकर हर साल 822 मिलियन डॉलर कर दिया। तीसरा यात्रा 26 सिंतबर 1960 और चौथी नवंबर 1961 में की।
इंदिरा गांधी पहली बार प्रधानमंत्री के रूप में 27 मार्च 1966 को अमेरिका गई। उस समय लिंडन जॉनसन अमेरिका के राष्ट्रपति थे। तब भारत की अनाज के लिए अमेरिका पर निर्भरता थी। उन्होंने अमेरिका नीतियों के समर्थन के बदले सहायता लेने से इन्कार कर दिया। दसूरी और तीसरी बार क्रमश 14 अक्टूबर 1968 और 1970 को संयुक्त राष्ट्र की आभ सभा को संबोधित करने गई थी।
मोरारजी देसाई जून 1978 से यूएन आमसभा में शामिल होने गए थे।
राजीव गांधी पहली बार 22 अक्टबूर 1985 को अमेरिका गए। न्यूयार्क सिटी में राष्टपति रोनाल्ड रीगन से मुलाकात की। दूसरी बार अक्टूबर 1987 और तीसरी बार जून 1998 में यूएन आमसभा में शामिल होने पहुंची।
पी॰ वी॰ नरसिम्हा राव पहली बार जनवरी 1992 में यूएन सुरक्षा परिषद की बैठक में शामिल होने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जॉर्ज डब्ल्यू बुश से मुलाकात की। दूसरी बार मई 1994 में सरकारी यात्रा पर गए थे। तीसरी बार अक्टूबर 1995 में यूएन आमसभा में शामिल हुए।
इंद्र कुमार गुजराल सितंबर 1997 में यूएन आमसभा में शामिल होने के लिए पहुंचे। वहां उन्होंने राष्ट्रपति बिल क्लिंटन से मुलाकात की।
अटल बिहारी वाजपेयी पहली बार 22 सितंबर को यूएन आमसभा में शामिल हुए। दूसरी बार सितंबर 2000 में अमेरिका गए। वहां उन्होंने 106वीं कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। ऐसा करने वाले किसी भी दूसरे देश के पहले नेता बने। तीसरी बार नवंबर 2001 और चौथी बार सितंबर 2002 में यूएन आमसभा में शामिल होने न्यूयार्क पहुंचे।
डॉ. मनमोहन सिंह ने आठ बार यात्रा की है। सितंबर 2004 में वह पहली बार यूएन आमसभा में शामिल होने पहुंचे। जुलाई 2005 में सरकारी यात्रा पर वाशिंगटन डीसी गए। तीसरी बार सितंबर 2005, चौथी बार सितंबर 2008 में यूएन आमसभा में शामिल हुए। पांचवी बार नवंबर 2008 में जी-20 के वाशिंगटन सम्मेलन में भाग लेने के लिए गए। छठी बार सितंबर 2009 में जी-20 सम्मेलन, सातवी बार वाशिंगटन और आठवीं बार 2010 में परमाणु सुरक्षा में हिस्सा लेने गए।
प्रधानमंत्री मोदी- ट्रंप की आठवी मुलाकात मई 2014 में देश की सत्ता संभालने के बाद प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से सात मुलाकाते हो चुकी है। अहमदाबाद में दोनों नेता एक दूसरे से आठवी बार मिलेंगे। पहली बार जून 2017 में मोदी ने वाशिंगटन की यात्रा की। इस दौरान द्दिपक्षीय समझौते हुए। निवेश समेत कई मु्द्दों पर बात की। दूसरी बार दोनों नेताओं की मुलाकात इस साल नवंबर में मनीला में आयोजित आसियाना एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशन सम्मेलन में हुई। नवंबर 2018 में ब्यूनर्स आयर्स में आयोजित जी-20 सम्मेलन से अलग दोनों नेता एक बार फिर मिले। चौथी बार ओसाका में आयाजित जी-20 सम्मेलन के बाहर मुलाकात हुई। अगस्त 2019 में फ्रांस में आयोजित जी-7 में पांचवी मुलाकात हुई। सबसे यादगार मुलाकात सितंबर 2019 में ह्यूस्टन व न्यूयार्क में हुई। ह्यूस्टन में आयोजित हाउडी मोदी कार्यक्रम एतिहासिक रहा।
कब-कब की भारतीय प्रधानमंत्री अमेरिकी दौरा-
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू 1949 में 11-15 अक्टूबर तक पहली यात्रा की। हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव और सीनेट सदस्यों से वार्ता की। राष्ट्रपति टूमैन उनकी वार्ता असफल रही क्योंकि उन्होंने किसी भी प्रकार की मदद से इन्कार कर दिया। दूसरा दौरा 1956 में 16-20 दिसंबर के बीच किया। डेढ़ दिन राष्ट्रपति आइजनऑवर के फॉर्म हाउस पर बिताया। वार्ता सफल रही। अमेरिका ने भारत को दी जाने वाली आर्थिक मदद को बढ़ाकर हर साल 822 मिलियन डॉलर कर दिया। तीसरा यात्रा 26 सिंतबर 1960 और चौथी नवंबर 1961 में की।
इंदिरा गांधी पहली बार प्रधानमंत्री के रूप में 27 मार्च 1966 को अमेरिका गई। उस समय लिंडन जॉनसन अमेरिका के राष्ट्रपति थे। तब भारत की अनाज के लिए अमेरिका पर निर्भरता थी। उन्होंने अमेरिका नीतियों के समर्थन के बदले सहायता लेने से इन्कार कर दिया। दसूरी और तीसरी बार क्रमश 14 अक्टूबर 1968 और 1970 को संयुक्त राष्ट्र की आभ सभा को संबोधित करने गई थी।
मोरारजी देसाई जून 1978 से यूएन आमसभा में शामिल होने गए थे।
राजीव गांधी पहली बार 22 अक्टबूर 1985 को अमेरिका गए। न्यूयार्क सिटी में राष्टपति रोनाल्ड रीगन से मुलाकात की। दूसरी बार अक्टूबर 1987 और तीसरी बार जून 1998 में यूएन आमसभा में शामिल होने पहुंची।
पी॰ वी॰ नरसिम्हा राव पहली बार जनवरी 1992 में यूएन सुरक्षा परिषद की बैठक में शामिल होने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जॉर्ज डब्ल्यू बुश से मुलाकात की। दूसरी बार मई 1994 में सरकारी यात्रा पर गए थे। तीसरी बार अक्टूबर 1995 में यूएन आमसभा में शामिल हुए।
इंद्र कुमार गुजराल सितंबर 1997 में यूएन आमसभा में शामिल होने के लिए पहुंचे। वहां उन्होंने राष्ट्रपति बिल क्लिंटन से मुलाकात की।
अटल बिहारी वाजपेयी पहली बार 22 सितंबर को यूएन आमसभा में शामिल हुए। दूसरी बार सितंबर 2000 में अमेरिका गए। वहां उन्होंने 106वीं कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। ऐसा करने वाले किसी भी दूसरे देश के पहले नेता बने। तीसरी बार नवंबर 2001 और चौथी बार सितंबर 2002 में यूएन आमसभा में शामिल होने न्यूयार्क पहुंचे।
डॉ. मनमोहन सिंह ने आठ बार यात्रा की है। सितंबर 2004 में वह पहली बार यूएन आमसभा में शामिल होने पहुंचे। जुलाई 2005 में सरकारी यात्रा पर वाशिंगटन डीसी गए। तीसरी बार सितंबर 2005, चौथी बार सितंबर 2008 में यूएन आमसभा में शामिल हुए। पांचवी बार नवंबर 2008 में जी-20 के वाशिंगटन सम्मेलन में भाग लेने के लिए गए। छठी बार सितंबर 2009 में जी-20 सम्मेलन, सातवी बार वाशिंगटन और आठवीं बार 2010 में परमाणु सुरक्षा में हिस्सा लेने गए।
प्रधानमंत्री मोदी- ट्रंप की आठवी मुलाकात मई 2014 में देश की सत्ता संभालने के बाद प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से सात मुलाकाते हो चुकी है। अहमदाबाद में दोनों नेता एक दूसरे से आठवी बार मिलेंगे। पहली बार जून 2017 में मोदी ने वाशिंगटन की यात्रा की। इस दौरान द्दिपक्षीय समझौते हुए। निवेश समेत कई मु्द्दों पर बात की। दूसरी बार दोनों नेताओं की मुलाकात इस साल नवंबर में मनीला में आयोजित आसियाना एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशन सम्मेलन में हुई। नवंबर 2018 में ब्यूनर्स आयर्स में आयोजित जी-20 सम्मेलन से अलग दोनों नेता एक बार फिर मिले। चौथी बार ओसाका में आयाजित जी-20 सम्मेलन के बाहर मुलाकात हुई। अगस्त 2019 में फ्रांस में आयोजित जी-7 में पांचवी मुलाकात हुई। सबसे यादगार मुलाकात सितंबर 2019 में ह्यूस्टन व न्यूयार्क में हुई। ह्यूस्टन में आयोजित हाउडी मोदी कार्यक्रम एतिहासिक रहा।
24th February, 2020