यूरीड मीडिया-दिल्ली विधानसभा चुनाव अपने उफान पर है। रोज़ कोई न कोई चुनावी पासा फेका जा रहा है। लेकिन सबसे अहम् बात यह है कि भाजपा पिछले 7 साल में भाजपा अरविन्द केजरीवाल का कोई विकल्प नहीं ढूँढ पायी है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने किरण बेदी पर दांव लगाया था। जिसका परिणाम यह हुआ कि भाजपा मात्र 3 सीट जीत सकी और किरण बेदी स्वयं अपनी सीट तक हार गयी।
दिल्ली की मौजूदा केजरीवाल सरकार को हराने के लिए मुख्य विपक्षी पार्टी में शुमार बीजेपी की तैयारी 7 साल के लंबे अंतराल के बाद भी जीरो ही दिखाई दे रही है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी की छवि अभी भी उनके पुराने कैरियर की संगत नहीं छोड़ पाई है और अगर बीजेपी दिल्ली सीएम कैंडीडेट की घोषणा नहीं करती है, तो दिल्ली की जनता में यह संदेश जाएगा कि मोदी के नाम पर वोट लेकर बीजेपी मनोज तिवारी को दिल्ली को थोप देगी।
जैसे भारत में नरेंद्र मोदी लोगों की पसंद बने हुए है वैसे ही दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल एक सशक्त चेहरा है। जिसका तोड़ भाजपा इन 7 सालों में निकालने में विफल हुई है। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी को दिल्ली के लोग गंभीर रूप से नहीं ले रहे है। दिल्ली के युवा चेहरे में शामिल प्रवेश वर्मा वर्ष 2014 लोकसभा और 2019 लोकसभा चुनाव में लगातार दो बार संसद के लिए चुने गए हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में महरौली लोकसभा सीट से प्रवेश वर्मा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को रिकॉर्ड 578486 मतों से हराया था। यही नहीं, वर्ष 2013 दिल्ली विधानसभा चुनाव में युवा नेता और सांसद प्रवेश वर्मा ने दिल्ली विधानसभा के स्पीकर और वरिष्ठ कांग्रेस नेता योगानंद शास्त्री को महरौली विधानसभा में हराया था। मुख्यमंत्री के लिए चल रहे नामों की दौड़ में फिलहाल प्रवेश वर्मा सबसे ऊपर है।
दिल्ली की मौजूदा केजरीवाल सरकार को हराने के लिए मुख्य विपक्षी पार्टी में शुमार बीजेपी की तैयारी 7 साल के लंबे अंतराल के बाद भी जीरो ही दिखाई दे रही है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी की छवि अभी भी उनके पुराने कैरियर की संगत नहीं छोड़ पाई है और अगर बीजेपी दिल्ली सीएम कैंडीडेट की घोषणा नहीं करती है, तो दिल्ली की जनता में यह संदेश जाएगा कि मोदी के नाम पर वोट लेकर बीजेपी मनोज तिवारी को दिल्ली को थोप देगी।
जैसे भारत में नरेंद्र मोदी लोगों की पसंद बने हुए है वैसे ही दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल एक सशक्त चेहरा है। जिसका तोड़ भाजपा इन 7 सालों में निकालने में विफल हुई है। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी को दिल्ली के लोग गंभीर रूप से नहीं ले रहे है। दिल्ली के युवा चेहरे में शामिल प्रवेश वर्मा वर्ष 2014 लोकसभा और 2019 लोकसभा चुनाव में लगातार दो बार संसद के लिए चुने गए हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में महरौली लोकसभा सीट से प्रवेश वर्मा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को रिकॉर्ड 578486 मतों से हराया था। यही नहीं, वर्ष 2013 दिल्ली विधानसभा चुनाव में युवा नेता और सांसद प्रवेश वर्मा ने दिल्ली विधानसभा के स्पीकर और वरिष्ठ कांग्रेस नेता योगानंद शास्त्री को महरौली विधानसभा में हराया था। मुख्यमंत्री के लिए चल रहे नामों की दौड़ में फिलहाल प्रवेश वर्मा सबसे ऊपर है।
19th January, 2020