सैकड़ों साल पुरानी इन प्रतिमाओं को लेकर सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि अरासिनाकेरे के बुजुर्ग झील में नंदी की मूर्ति होने की बात किया करते थे और जब झील में पानी कम होता था तो नंदी का सिर नजर आता था। बुजुर्गों की इन्हीं बातों पर भरोसा कर इस बार झील सूखने के बाद स्थानीय लोगों ने खुदाई शुरू कर दी ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके।