एक वर्ष और 31 दिन के लंबे इंतज़ार के बाद तैयार हो जाइए दुनिया के सबसे बहुप्रतीक्षित मुकाबले के लिए। एशिया कप में ग्रुप-ए के मुकाबले में बुधवार को चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान आज आमने-सामने होंगे तो लक्ष्य सिर्फ एक ही होगा जीत, क्योंकि इन दो देशों के बीच जीत के साथ ही साख भी मायने रखती है। नियमित कप्तान विराट कोहली के बिना टीम इंडिया पर पिछले वर्ष 18 जून 2017 को चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में मिली शिकस्त का हिसाब चुकता करने का दारोमदार होगा। लेकिन इस मैच में ये फैक्टर तय करेंगे कि इस हाईवोल्टेज़ मुकाबले में विजेता बन के कौन उभरेगा ?
कोहली के न रहते हुए रोहित के ऊपर जिम्मेदारी और बोझ बढ़ गया है। उन्हें न सिर्फ अपने बल्ले से रन निकालने होंगे बल्कि एक कप्तान के तौर पर भी अपनी रणनीतियों में पैना पन रखना होगा। हालांकि रोहित हांगकांग के खिलाफ पहले मुकाबले में मात्र 22 रन बनाकर आउट हो गए थे। रोहित के अलावा बल्लेबाजी में शिखर धवन के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी होगी। उन्होंने हांगकांग के खिलाफ शानदार पारी खेलकर इंग्लैंड दौरे की बुरी यादों को जरूर दूर किया। कोहली के बाद बीते कुछ वर्षों में इन दोनों ने भारतीय बल्लेबाजी को मजबूती से संभाला है और अब इन दोनों को एक और कड़ी परीक्षा का सामना करना होगा। पाकिस्तान के धारदार गेंदबाज़ी अटैक के आगे इन दोनों के सामने संभलकर खेलते हुए रन बनाने की चुनौती होगी। रोहित शर्मा को हमेशा ही लेफ्ट आर्म पेसर्स परेशान करते रहे हैं, तो ऐसे में उन्हें आमिर से खास चौकन्ना रहने की जरुरत होगी। पिछले साल चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भी रोहित को आमिर ने ही आउट किया था। इसके साथ ही साथ आमिर ने ही शिखर धवन और विराट कोहली के भी विकेट चटकाए थे।
पाकिस्तान की बल्लेबाजी बाबर आजम, फखर जमां के जिम्मे है। जमां ने ही चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत के खिलाफ शतक लगाकर टीम की जीत की नींव रखी थी। उन्होंने हाल ही में जिंबाब्वे के खिलाफ दोहरा शतक भी जड़ा है। उनका बल्ला रंग में है जो भारत के लिए अच्छे संकेत नहीं है। हांगकांग के खिलाफ इमाम उल हक ने अर्धशतक लगाया। फखर और इमाम की सलामी जोड़ी भारतीय गेंदबाजों को परेशान करने का माद्दा जरूर रखती है। तो ऐसे में अगर टीम इंडिया को ये मुकाबला जीतना है तो भारतीय गेंदबाज़ों के सामने फखर जमां को पहले पांच ओवर के अंदर ही जमां को पवेलियन का रास्ता दिखाना होगा, नहीं तो वो टीम इंडिया की जीत की राह में रोड़ा नहीं पहाड़ बनकर खड़े हो सकते हैं।
19th September, 2018