लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी के करीबी रहे आरके चौधरी शुक्रवार को उनके समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। आपको बता दें कि आरके चौधरी ने बसपा अलग होकर बीएस-4 पार्टी बनाई थी। चौधरी ने इस पार्टी का समाजवादी पार्टी में आज विलय कर लिया है।
  
शुक्रवार को आरके चौधरी उनके समर्थकों के साथ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के 4 विक्रमादित्य आवास पर पहुंचे। उनके साथ वे कार्यकर्ता भी सपा में शामिल हुए। आरके चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में एसपी सरकार ने बहुत काम किया है। सपा समाज को जोड़ने व विकास की बात कर रही है। 
  
कांशीराम के थे करीबी 
  
बीएसपी में आरके चौधरी कांशीराम बड़े करीबी माने जाते थे। पार्टी में मायावती का कद बढ़ने के साथ आरके चौधरी का कद घटने लगा। 2001 में बीएसपी प्रमुख मायावती ने आरके चौधरी को पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाते हुए पार्टी से निकाल दिया था। 
  
बनाई अलग पार्टी 
  
बीएसपी से निष्कासन के बाद आरके चौधरी ने अपनी अलग पार्टी बीएस-4 बनाई। पिछले लोकसभा चुनाव से पहले वह वापस बीएसपी में आ गए थे। बीएसपी ने उन्हें मोहनलालगंज संसदीय क्षेत्र से टिकट दिया लेकिन वह बीजेपी के उम्मीदवार से चुनाव हार गए। 
  
विधानसभा चुनाव में नहीं दिया टिकट 
  
बीएसपी ने इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में आरके चौधरी को मोहनलालगंज से टिकट नहीं दिया। पार्टी से नाराज होकर उन्होंने बीजेपी से संपर्क किया लेकिन बीजेपी से भी टिकट नहीं मिला तो उन्होंने यहां से निर्दलीय ही चुनाव लड़ने का फैसला लिया था।
  
                                            
                                          
                                            
                                                22nd December, 2017
                                            
                                        
 
                                                    
                                                 
                                                    
                                                 
                                                    
                                                 
                                                    
                                                