नई दिल्ली : बेहतरीन फॉर्म में चल रहे सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के नाबाद शतक और कप्तान विराट कोहली के साथ उनकी अटूट शतकीय साझेदारी की मदद से भारत ने फिर से श्रीलंकाई टीम की धज्जियां उड़ाकर पहले वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में 127 गेंद शेष रहते हुए नौ विकेट से बड़ी जीत दर्ज की. टेस्ट सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप करने के वाली भारतीय टीम के सामने 217 रन का आसान लक्ष्य था और ऐसे में धवन ने श्रीलंकाई गेंदबाजों को सबक सिखाने का अपना अभियान बरकरार रखा. टेस्ट सीरीज में दो शतक जड़ने वाले बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने 90 गेंदों पर 20 चौकों और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 132 रन बनाए. शिखर धवन को उनकी तूफानी पारी के लिए 'मैन ऑफ द मैच' का अवॉर्ड दिया गया.
शिखर धवन ने अपना शतक मात्र 71 गेंदों में पूरा किया, यह उनके करियर का सबसे तेज शतक था. इससे पहले शिखर का सबसे तेज शतक 73 गेंदों में आया था. शिखर ने यह शतक 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ कानपुर में जड़ा था. बता दें कि शिखर का वनडे करियर में यह 11वां शतक है. उन्होंने 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी मात्र 80 गेंदों में शतक जड़ा था.
इस शतक के साथ ही धवन पूर्व धमाकेदार ओपनर वीरेंद्र सहवाग का एक रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गए हैं. शिखर श्रीलंका में किसी भी भारतीय की ओर से सबसे तेज शतक बनाने के रिकॉर्ड से मात्र 2 गेंदों से चूक गए. शिखर ने अपना शतक 71 गेंदों में पूरा किया. वहीं, सहवाग ने 2001 में न्यूजीलैंड के खिलाफ कोलंबो में 69 गेंदों में शतक जड़ा था.
धवन विश्व क्रिकेट में 40 और भारत के 9वें ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने वनडे क्रिकेट में 11 शतक जड़े हैं. अन्य 39 खिलाड़ियों में तीन ही ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने धवन से कम पारियां खेलकर 11 शतक जड़े हैं. धवन ने 86वीं पारी में यह मुकाम हासिल किया है.
ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर भी उन्हीं के साथ संयुक्त रूप से काबिज हैं. साउथ अफ्रीका के ओपनर्स हाशिम अमला और क्विंटन डी कॉक ने 64 और 65वीं पारी में 11 शतक जड़े थे. वहीं, भारतीय कप्तान विराट कोहली को यह मुकाम हासिल करने में 82 पारियां लग गई थीं.
पहले वनडे में रोहित शर्मा के जल्दी आउट होने के बाद धवन ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की. उन्होंने 146.66 की स्ट्राइक रेट से 90 गेंदों में 20 चौकों और 3 छक्कों की मदद से नाबाद 132 रन मारे. उन्होंने दूसरे विकेट के लिए कप्तान विराट कोहली के साथ 197 रनों की साझेदारी की. वनडे इतिहास में श्रीलंकाई सरजमीं पर दूसरे विकेट के लिए यह सबसे बड़ी साझेदारी है.
इसके अलावा दाम्बुला मैदान पर खेली गई यह सबसे लंबी निजी पारी है. इससे पहले यह रिकॉर्ड तमीम इकबाल (127 रन) के नाम था, जो उन्होंने इसी साल मार्च में बनाया था. धवन के 132 रन किसी भी भारतीय द्वारा श्रीलंका में बनाया गया तीसरा सर्वाधिक निजी स्कोर है. विराट कोहली ने भी शिखर धवन का बखूबी साथ दिया और 70 गेंदों में नाबाद 82 रनों की पारी खेली.
कप्तान विराट कोहली (70 गेंदों पर नाबाद 82, दस चौके, एक छक्का) ने उनका अच्छा साथ दिया. इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड 197 रन की साझेदारी की जिससे भारत ने केवल 28.5 ओवर में 220 रन बनाकर पांच मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बनाई. टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिए उतरे श्रीलंका मैच में केवल कुछ समय के लिए अच्छी स्थिति में दिखा.
निरोशन डिकवेला (65) और धनुष्का गुणातिलका (35) ने पहले विकेट के लिए 74 रन जोड़कर उसे अच्छी शुरुआत दिलाई. इसके बाद डिकवेला ने कुशल मेंडिस (36) के साथ भी दूसरे विकेट के लिए 65 रन जोड़े लेकिन इस सलामी बल्लेबाज के आउट होने के बाद श्रीलंका की पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई. उसने 77 रन के अंदर नौ विकेट गंवाए और पूरी टीम 43.2 ओवर में 216 रन पर सिमट गई.
पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज 36 रन बनाकर नाबाद रहे. पिछले साल अक्टूबर के बाद पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे बायें हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने दस ओवर में 34 रन देकर तीन विकेट लिए जो उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है. कामचलाऊ स्पिनर केदार जाधव (26 रन देकर दो विकेट) ने फिर से महत्वपूर्ण मौके पर सफलता दिलायी जबकि जसप्रीत बुमराह (22 रन देकर दो विकेट) ने फिर से प्रभाव छोड़ा. लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने 60 रन देकर दो विकेट झटके. श्रीलंकाई क्रिकेट प्रेमी बड़ी संख्या में स्टेडियम में पहुंचे थे. उन्हें रोमांचक मैच की उम्मीद थी, लेकिन टेस्ट सीरीज के तीनों मैच गंवाने वाली श्रीलंकाई टीम के बल्लेबाजों ने उन्हें फिर से निराश किया.
21st August, 2017