टीम इंडिया की कप्तानी करना कोई आसान काम नहीं है। उसे न सिर्फ हर मैच के लिए प्लेइंग इलेवन तय करना होता है, बल्कि हर ओवर के साथ विपक्षी टीम को ध्यान में रखते हुए अपनी रणनीति भी बदलनी होती है। लेकिन एक महान खिलाड़ी महान कप्तान भी हो यह जरूरी नहीं। कुछ खिलाड़ियों में नेतृत्व करने की क्षमता प्राकृतिक होती है और कई बार उनमें यह काबिलियत अंडर-17 और अंडर-19 खेलते समय में आ जाती है। फिलहाल विराट कोहली टीम की कप्तानी कर रहे हैं। भारत 8 टेस्ट सीरीज उनकी कप्तानी में जीट चुका है। बतौर बल्लेबाज भी उनका प्रदर्शन शानदार है। लेकिन अगर कभी विराट कोहली की कप्तानी का जादू फीका पड़ता दिखा तो कौन से एेसे खिलाड़ी हैं जो उनकी जगह कप्तानी का भार संभाल सकते हैं। आज इसी पर बात करेंगे:
रोहित शर्मा:
वनडे में दो बार दोहरा शतक जड़ने वाले रोहित शर्मा को कई एक्सपर्ट्स ने नाकारा करार दे दिया था। लेकिन 2017 आईपीएल में उन्होंने मुंबई इंडियन्स को जीत दिलाई। 30 साल के इस खिलाड़ी में कप्तान बनने के सभी गुण हैं।
अजिंक्य रहाणे:
स खिलाड़ी की याद उस वक्त आती है, जब कप्तान मैदान पर मौजूद नहीं होता। 29 साल के रहाणे ने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के दौरान कोहली की गैरमौजूदगी में कप्तानी की थी। रांची और धर्मशाला टेस्ट में सबने उनकी काबिलियत देखी थी।
रविचंद्रन अश्विन:
टीम इंडिया की ओर से सभी फॉर्मेट्स में खेलते हैं। कई बार अपनी गेंदों के जादू से टीम को मुश्किलों से बाहर निकाला है। आईपीएल में उनका प्रदर्शन सभी ने देखा है। टीएनपीएल में भी वह युवाओं को गाइड करते रहते हैं। सबसे तेज 250 टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड उन्हीं के नाम है। मैदान पर हमेशा शांत दिखने वाले अश्विन कप्तान के भी फेवरेट हैं।
के एल राहुल:
टीम इंडिया के उभरते हुए बल्लेबाज। कई सीरीज चोट के कारण नहीं खेल पाए। लेकिन किसी भी वक्त मैच का पासा पलटने का माद्दा रखते हैं। वह डिफेंड करने से ज्यादा अटैक करने में यकीन रखते हैं। टेस्ट क्रिकेट में अब तक 4 शतक ठोक चुके राहुल ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में शानदार अर्धशतक जमाया था। इसी के साथ वह लगातार 6 अर्धशतक जमाने वाले राहुल द्रविड़ और गुंडप्पा विश्वनाथ के क्लब में शामिल हो गए थे। वह कप्तानी कर सकते हैं, यह कहना जल्दी होगा। लेकिन भविष्य में वह टीम का नेतृत्व करते दिखाई दे सकते हैं।
हार्दिक पांड्या:
इस 23 साल के खिलाड़ी ने बहुत कम समय में टीम इंडिया में अपनी जगह बना ली है। वह टेस्ट टीम में भी शामिल किए जा चुके हैं। चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ उनके 76 रनों की पारी को कौन भूल सकता है। कप्तान विराट कोहली तो यह भी कह चुके हैं कि उनमें भारत के बेन स्टोक्स बनने का माद्दा है।