कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों ने गुरुवार को सेना पर हमला कर दिया। इसमें एक कैप्टन सहित दो जवान शहीद हो गए। सेना ने भी जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मार गिराए। सेना के जिस बहादुर जवान ने दो आतंकियों को मार गिराया है, वो बिहार के भोजपुर का लाल ऋषि कुमार है।
हालांकि इस दौरान ऋषि घायल हो गए और कार्रवाई के दौरान उनकी गोलियां भी खत्म हो गई थीं। लेकिन वे फिर उठे और बंदूक उठाकर दो आतंकियों को मार गिराया।
इस हमले में उत्तरप्रदेश के कैप्टन आयुष यादव, राजस्थान के सूबेदार भूपसिंह और आंध्रप्रदेश के वेंकट रमन्ना शामिल हैं। जबकि 6 जवान घायल हैं, जिन्हें एयरलिफ्ट कर आर्मी बेस हॉस्पिटल पहुंचाया गया। यह हमला उड़ी हमले के करीब 8 महीने बाद हुआ है और उसी तर्ज पर हुआ है।
गुरुवार तड़के 4.30 बजे के आसपास आतंकी फायरिंग रेज से होते हुए पिछले गेट सेे सेना के पंजगाम कैंप में घुसे थे। माना जा रहा है कि आतंकी नियंत्रण रेखा की बाड़ काटकर भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे। पिछले साल सितंबर में उड़ी में कैंप पर हुए हमले में 20 जवान शहीद हो गए थे। तब भी आतंकी सरहद पार से आए थे और तड़के कैंप पर हमला किया था।
हमले के वक्त गनर ऋषि कुमार संतरी ड्यूटी पर थे। उन्हाेंने देखा कि आतंकी उनकी ओर आ रहे हैं। उन्होंने सबको नजदीक आने दिया। फिर फायरिंग शुरू की। तभी एक गोली ऋषि के सिर पर लगी। उन्होंने बुलेट प्रूफ पटका पहना था। इसलिए जख्मी नहीं हुए। पर नीचे गिर पड़े। फौरन उठे और दो आतंकियों को मार गिराया।
28th April, 2017