यादवी धर्मयुद्ध...
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विजय शंकर पंकज (यूरिड मीडिया)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में यादवी 'धर्मयुद्ध' शुरु हो गया है। अभी तक चल रही जुबानी जंग आज पूरे सपाई मंच पर ही प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच हाथा-पाई हो गयी। शिवपाल ने अखिलेश के हाथ से मंच छिनकर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री झूठ बोल रहे है। इसके पूर्व सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव का चचा-भतीजा शिवपाल-अखिलेश को गले मिलाकर पूरे मामले को शान्त कराने का जो प्रयास किया गया, वह विधान परिषद सदस्य आशु मलिक के एक आरोप के बाद सब कुछ छिन्न-भिन्न सा हो गया।
इस घटना के बाद सपा के सभी नेता बैठक हाल से निकल कर अपने स्थानों पर पहुंच गये। पारिवारिक विवाद को सुलझाने आैर अपनी राजनीतिक ताकत का एजहार करने के लिए सपा सुप्रीमो ने सोमवार को जो बैठक बुलायी थी, वह यादवी परिवार के तीन वरिष्ठों के भाषण आैर आपसी कलह के बीच ही समाप्त हो गया।
समझौते के आसार खत्म--
समाजवादी परिवार में आज प्रदेश भर के कार्यकर्ताओं के बीच सोमवार को जो कुछ हुआ, उससे साफ हो गया है कि चचा-भतीजा के बीच समझौते के आसार खत्म हो गये। इस कड़ी में घर के मुखिया होने के बावजूद मुलायम सिंह यादव का व्यवहार पुत्र अखिलेश के खिलाफ सौतेला जैसा ही रहा। अखिलेश ने अपने पूरे भाषण में पिता आैर पार्टी के प्रति सम्मान आैर निष्ठा ही व्यक्ति की आैर चचा के खिलाफ भी कुछ नही कहा परन्तु शिवपाल ने जिस प्रकार खुल कर आक्रामक रूख अपनाते अखिलेश के खिलाफ मोर्चा खोला, उसी से साफ हो गया कि अन्दरूनी मामला कुछ आैर है। बैठक से पहले शिवपाल सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह के घर पर जाकर मुलाकात कर चुके थे।
सपा कार्यकर्ताओं में मारपीट--
विक्रमादित्य मार्ग स्थित सपा मुख्यालय कार्यालय के बाहर सोमवार की सुबह से ही प्रदेश भर से कार्यकर्ता इक्कठा होने लगा था। नौ बजे तक भीड़ बढ़ने आैर नारेबाजी के बीच ही शिवपाल आैर अखिलेश समर्थक एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करते हुए झड़पे करने लगे आैर जिसके बाद मारपीट तक शुरु हो गयी। अखिलेश समर्थकों की बड़ी भीड़ होने के कारण शिवपाल समर्थक ज्यादा देर तक टिक नही सके आैर बाद में पुलिस-प्रशासन पर मुख्यमंत्री के दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए भाग खड़े हुए। बैठक के बाद इन दोनों गुटों के बीच कई स्थानों पर झड़प हुई।
अमर-शिवपाल के मुलायम--
बैठक में रही-सही मुलायम सिंह यादव ने यह कहकर पूरी कर दी कि शिवपाल-अमर को कोई मुझसे अलग नही कर सकता है। यही नही मुलायम ने अखिलेश की भावुक अपील को अनसुनी करते हुए, उसे ही कसूरवार ठहरा दिया। यह सब कुछ ऐसे हो रहा था जैसे मुलायम-शिवपाल पहले ही सबकुछ तय कर चुके थे। पिता आैर चचा के आरोपों के बाद अखिलेश जब अपनी सफाई देने को प्रस्तुत हुए आैर कहा कि अमर सिंह को कहा से यह इल्म हो गया कि मैं आैरंगजेब हूं आैर नेता जी शाहजहां-- इसी बीच अखिलेश के तीखे तेवरों से घबड़ाये शिवपाल ने उनके हाथ से माइक छिन लिया। चचा-भतीजे के बीच सत्ता की जंग का यह चरम था। इसके बाद बैठक समाप्त हो गयी आैर अखिलेश कुछ देर के लिए अपने सरकारी आवास कालिदास मार्ग होकर पिता मुलायम सिंह यादव से मिलने आवास पर पहुंचे।
कलयुगी चचा शकुनि--
कलयुग के इस यादवी महाभारत में मामा नही चचा दुर्योधन - शकुनि बनकर उभरे है। इन दोनों ही शकुनि चचाओं का दावा है कि उन्होने अपने भतीजे अर्जुन का पालन-पोषण किया है परन्तु महाभारत में दोनों की ही रणनीति एकजुट अर्जुन को धराशाही करने की है। यादवी महाभारत में दुर्योधन की तरह सत्ता की महत्वाकांछा पाले चचा शिवपाल का दावा है कि वह आैर उनकी पत्नी ने ही बचपन में टिपू (अखिलेश) का पालन किया तो चचा शकुनि अमर सिंह का दावा है कि आस्ट्रेलिया पढ़ाई से लेकर शादी कराने का काम उन्होने ही किया है। अब यह दोनों चचा शकुनि अर्जुन को घेरने में लगे हुए है जबकि पिता धृतराष्ट्र दोनों ही शकुनियों को गोद में बैठाये हुए है।
अर्जुन हथियार सौंपने को तैयार--
बैठक में मुख्यमंत्री अखिलेश ने पिता से भावुक अपील करते हुए कहा कि वह केवल मेरे पिता ही नही बल्कि राजनीतिक गुरु भी है। आज मुझे जो कुछ भी मिला है, यह सब कुछ उन्ही की देन है। मैं कभी पिता से अलग होने या उनके अपमान की बात सोच भी नही सकता हू। अखिलेश ने यह भी जोड़ दिया कि मुलायम सिंह यादव का पुत्र होने का मुझे गर्व है आैर मैं नसीब वाला हूं कि उनका पुत्र होने के नाते मैं उनका राजनीतिक वारिस भी हूं। अखिलेश ने तमाम उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होने जो भी काम किया कि पिता के आदेशो पर ही है। अखिलेश ने कहा कि पिता का आदेश हो तो मैं किसी भी पद से इस्तीफा दे सकता हूं। इसके बावजूद अखिलेश ने यह भी कहा कि परिवार के मामले में किसी बाहरी व्यक्ति का दबाव वह नही मानेंगे आैर ऐसे लोगों को कड़ा जवाब दिया जाएगा।







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विजय शंकर पंकज (यूरिड मीडिया)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में यादवी 'धर्मयुद्ध' शुरु हो गया है। अभी तक चल रही जुबानी जंग आज पूरे सपाई मंच पर ही प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच हाथा-पाई हो गयी। शिवपाल ने अखिलेश के हाथ से मंच छिनकर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री झूठ बोल रहे है। इसके पूर्व सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव का चचा-भतीजा शिवपाल-अखिलेश को गले मिलाकर पूरे मामले को शान्त कराने का जो प्रयास किया गया, वह विधान परिषद सदस्य आशु मलिक के एक आरोप के बाद सब कुछ छिन्न-भिन्न सा हो गया।