यूरिड मीडिया ब्यूरो:-
आज हम आपको कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो सिर्फ पुरुषों को होती हैं, ये बीमारियाँ काफी जानलेवा होती हैं। कैंसर एक जानलेवा बीमारी है और महिला और पुरुष दोनों इस बीमारी की चपेट में आ सकते हैं. हालांकि लाइफस्टाइल, आनुवांशिक और कुछ अन्य कारणों की वजह से कुछ कैंसर के होने का ख़तरा महिलाओं से ज़्यादा पुरुषों में होता है. आज हम आपको बताएंगे ऐसे दस कैंसर के बारे में बताएंगे जो महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में ज़्यादा पाए जाते हैं। समय से पहले जानिए उन बीमारियों को... कहीं देर ना हो जाए..
प्रोस्ट्रेट कैंसर--
- प्रोस्ट्रेट ग्लैंड सिर्फ़ पुरुषों में ही पाया जाता है तो जाहिर है कि यह कैंसर महिलाओं को नहीं हो सकता है।
- डॉक्टर की मानें तो प्रोस्ट्रेट कैंसर एक 'साइलेंट किलर' है और इसका पता ज़्यादातर लास्ट स्टेज पर चलता है।
लंग कैंसर--
- स्मोकिंग और तंबाकू का सेवन लंग कैंसर के प्रमुख कारण हैं।
- हाल ही में महिला स्मोकर्स में लंग कैंसर के बढ़ते ग्राफ की खबर सामने आई है, लेकिन लंग कैंसर का ख़तरा महिलाओं से ज़्यादा पुरुषों में पाया जाता है।
कोलोरेक्टल कैंसर--
- कोलोरेक्टल कैंसर का ख़तरा महिलाओं और पुरुषों दोनो में बराबर होता है।
- लेकिन कुछ रिसर्च में यह पाया गया है कि कोलोरेक्टल कैंसर का ट्रीटमेंट ले रही महिलाओं का सर्वाइवल रेट पुरुषों से पांच साल अधिक होता है।
किडनी कैंसर--
- किडनी कैंसर का ख़तरा महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में तीन गुना ज़्यादा होता है।
- स्मोकिंग, आनुवांशिक और लाइफस्टाइल किडनी कैंसर के कुछ प्रमुख कारण हैं।
स्किन कैंसर--
- स्किन कैंसर का कारण तो अभी भी ठीक से पता नहीं चल पाया है लेकिन महिलाओं और पुरुषों की स्किन अलग-अलग होने के कारण पुरुषों में इस कैंसर के होने का ख़तरा ज़्यादा होता है।
पेंक्रियाटिक कैंसर--
- एक्यूट पेंक्रियाटिक कैंसर का ख़तरा महिलाओं और पुरुषों में बराबर होता है लेकिन क्रॉनिक पेंक्रियाटिक कैंसर होने का रिस्क पुरुषों में ज़्यादा होता है।
- एल्कोहॉल पेंक्रियाटिक कैंसर पुरुषों में पाया जाने वाला सबसे कॉमन कैंसर है।
ल्युकेमिया--
- युरोपियन जर्नल ऑफ कैंसर में पब्लिश हुई एक रिपोर्ट में यह पाया गया कि यह कैंसर महिलाओं से ज़्यादा पुरुषों में ज़्यादा जानलेवा है।
माउथ एंड थ्रोट कैंसर--
- स्मोकिंग, शराब और तंबाकू सेवन इस कैंसर के कुछ प्रमुख कारण है।
नॉन-हॉड्जकिन कैंसर--
- दुनिया में पांचवा सबसे ख़तरनाक कैंसर माना जाने वाला यह कैंसर सीधा मरीज़ के इम्यून सिस्टम पर वार करता है।
- स्टडीज़ के मुताबिक, पुरुषों में इस कैंसर का रिश महिलाओं से 50% ज़्यादा है।
यूरिड मीडिया ब्यूरो:-
आज हम आपको कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो सिर्फ पुरुषों को होती हैं, ये बीमारियाँ काफी जानलेवा होती हैं। कैंसर एक जानलेवा बीमारी है और महिला और पुरुष दोनों इस बीमारी की चपेट में आ सकते हैं. हालांकि लाइफस्टाइल, आनुवांशिक और कुछ अन्य कारणों की वजह से कुछ कैंसर के होने का ख़तरा महिलाओं से ज़्यादा पुरुषों में होता है. आज हम आपको बताएंगे ऐसे दस कैंसर के बारे में बताएंगे जो महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में ज़्यादा पाए जाते हैं। समय से पहले जानिए उन बीमारियों को... कहीं देर ना हो जाए..
प्रोस्ट्रेट कैंसर--
आज हम आपको कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो सिर्फ पुरुषों को होती हैं, ये बीमारियाँ काफी जानलेवा होती हैं। कैंसर एक जानलेवा बीमारी है और महिला और पुरुष दोनों इस बीमारी की चपेट में आ सकते हैं. हालांकि लाइफस्टाइल, आनुवांशिक और कुछ अन्य कारणों की वजह से कुछ कैंसर के होने का ख़तरा महिलाओं से ज़्यादा पुरुषों में होता है. आज हम आपको बताएंगे ऐसे दस कैंसर के बारे में बताएंगे जो महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में ज़्यादा पाए जाते हैं। समय से पहले जानिए उन बीमारियों को... कहीं देर ना हो जाए..
प्रोस्ट्रेट कैंसर--
- प्रोस्ट्रेट ग्लैंड सिर्फ़ पुरुषों में ही पाया जाता है तो जाहिर है कि यह कैंसर महिलाओं को नहीं हो सकता है।
- डॉक्टर की मानें तो प्रोस्ट्रेट कैंसर एक 'साइलेंट किलर' है और इसका पता ज़्यादातर लास्ट स्टेज पर चलता है।
- स्मोकिंग और तंबाकू का सेवन लंग कैंसर के प्रमुख कारण हैं।
- हाल ही में महिला स्मोकर्स में लंग कैंसर के बढ़ते ग्राफ की खबर सामने आई है, लेकिन लंग कैंसर का ख़तरा महिलाओं से ज़्यादा पुरुषों में पाया जाता है।
- कोलोरेक्टल कैंसर का ख़तरा महिलाओं और पुरुषों दोनो में बराबर होता है।
- लेकिन कुछ रिसर्च में यह पाया गया है कि कोलोरेक्टल कैंसर का ट्रीटमेंट ले रही महिलाओं का सर्वाइवल रेट पुरुषों से पांच साल अधिक होता है।
- किडनी कैंसर का ख़तरा महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में तीन गुना ज़्यादा होता है।
- स्मोकिंग, आनुवांशिक और लाइफस्टाइल किडनी कैंसर के कुछ प्रमुख कारण हैं।
- स्किन कैंसर का कारण तो अभी भी ठीक से पता नहीं चल पाया है लेकिन महिलाओं और पुरुषों की स्किन अलग-अलग होने के कारण पुरुषों में इस कैंसर के होने का ख़तरा ज़्यादा होता है।
- एक्यूट पेंक्रियाटिक कैंसर का ख़तरा महिलाओं और पुरुषों में बराबर होता है लेकिन क्रॉनिक पेंक्रियाटिक कैंसर होने का रिस्क पुरुषों में ज़्यादा होता है।
- एल्कोहॉल पेंक्रियाटिक कैंसर पुरुषों में पाया जाने वाला सबसे कॉमन कैंसर है।
- युरोपियन जर्नल ऑफ कैंसर में पब्लिश हुई एक रिपोर्ट में यह पाया गया कि यह कैंसर महिलाओं से ज़्यादा पुरुषों में ज़्यादा जानलेवा है।
- स्मोकिंग, शराब और तंबाकू सेवन इस कैंसर के कुछ प्रमुख कारण है।
- दुनिया में पांचवा सबसे ख़तरनाक कैंसर माना जाने वाला यह कैंसर सीधा मरीज़ के इम्यून सिस्टम पर वार करता है।
- स्टडीज़ के मुताबिक, पुरुषों में इस कैंसर का रिश महिलाओं से 50% ज़्यादा है।
23rd July, 2016