
यूरीड मीडिया- समाजवादी पार्टी के नेता विनय शंकर तिवारी को बड़ी राहत मिली है। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए गए सपा नेता को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने जमानत दी है। विनय शंकर तिवारी को मिली जमानत पर समाजवादी पार्टी ने प्रतिक्रिया दी। सपा नेता आईपी सिंह ने लिखा- सत्यमेव जयते।
स्व. हरिशंकर तिवारी के बेटे और चिल्लूपार से पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी को ईडी ने बैंक धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया था. उनके साथ अजीत पांडेय की भी गिरफ्तारी हुई थी।
आईपी सिंह ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक पंडित श्री विनय शंकर तिवारी जी को ED के केस में जमानत मिल गई। अदालत में हुई बहस में ये बात सामने आई है कि उन पर राजनैतिक कारणों से फर्जी केस बनाया गया। अफसर इस केस की जांच नही करना चाहते थे क्यों कि मामला NCLT कोर्ट में पहले ही निपट चुका था लेकिन एक बड़े भाजपा नेता के दबाव में ED को मुकदमा दर्ज करने को कहा गया और जब मामला सामने आया तो केस की कलई खुल गई. कुल मिलाकर विपक्ष के नेताओं को फर्जी मामलों के आधार पर जेल भेजने की साजिश अभी भी जारी है।
क्या मामला था?
बीते 7 अप्रैल को ED ने विनय शंकर तिवारी को बैंक लोन हड़पने के मामले में गिरफ्तार किया था। गंगोत्री इंटरप्राइजेज के नाम पर बैंकों के कॉलेजियम से लिए गए 754 करोड़ का लोन हड़पने का मामला था। गुरुवार को हाईकोर्ट की डबल बेंच ने विनय शंकर तिवारी और अजीत पांडे दोनों को जमानत दी।
ईडी ने क्या कहा था?
ईडी ने विनय शंकर तिवारी और अजीत पांडेय की गिरफ्तारी के संदर्भ में जानकारी दी थी कि ईडी, लखनऊ जोनल कार्यालय ने पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत मेसर्स गंगोत्री एंटरप्राइजेज लिमिटेड और अन्य के खिलाफ बैंक धोखाधड़ी मामले में लखनऊ, गोरखपुर, महाराजगंज, नोएडा और मुंबई में 10 स्थानों पर 07-04-2025 को तलाशी अभियान चलाया।
ईडी की ओर से कहा गया था कि तलाशी मेसर्स गंगोत्री एंटरप्राइजेज लिमिटेड के अन्य निदेशकों और ठेकेदारों के साथ-साथ पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी के आवासों और कार्यालय परिसरों में भी की गई। तलाशी अभियान के दौरान, विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए और 02 व्यक्तियों विनय शंकर तिवारी, कंपनी के मुख्य प्रमोटर और पूर्व विधायक और कंपनी के मुख्य प्रबंधकीय व्यक्ति अजीत पांडे को 07.04.2025 को तलाशी परिसर से गिरफ्तार किया गया।
स्व. हरिशंकर तिवारी के बेटे और चिल्लूपार से पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी को ईडी ने बैंक धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया था. उनके साथ अजीत पांडेय की भी गिरफ्तारी हुई थी।
आईपी सिंह ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक पंडित श्री विनय शंकर तिवारी जी को ED के केस में जमानत मिल गई। अदालत में हुई बहस में ये बात सामने आई है कि उन पर राजनैतिक कारणों से फर्जी केस बनाया गया। अफसर इस केस की जांच नही करना चाहते थे क्यों कि मामला NCLT कोर्ट में पहले ही निपट चुका था लेकिन एक बड़े भाजपा नेता के दबाव में ED को मुकदमा दर्ज करने को कहा गया और जब मामला सामने आया तो केस की कलई खुल गई. कुल मिलाकर विपक्ष के नेताओं को फर्जी मामलों के आधार पर जेल भेजने की साजिश अभी भी जारी है।
क्या मामला था?
बीते 7 अप्रैल को ED ने विनय शंकर तिवारी को बैंक लोन हड़पने के मामले में गिरफ्तार किया था। गंगोत्री इंटरप्राइजेज के नाम पर बैंकों के कॉलेजियम से लिए गए 754 करोड़ का लोन हड़पने का मामला था। गुरुवार को हाईकोर्ट की डबल बेंच ने विनय शंकर तिवारी और अजीत पांडे दोनों को जमानत दी।
ईडी ने क्या कहा था?
ईडी ने विनय शंकर तिवारी और अजीत पांडेय की गिरफ्तारी के संदर्भ में जानकारी दी थी कि ईडी, लखनऊ जोनल कार्यालय ने पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत मेसर्स गंगोत्री एंटरप्राइजेज लिमिटेड और अन्य के खिलाफ बैंक धोखाधड़ी मामले में लखनऊ, गोरखपुर, महाराजगंज, नोएडा और मुंबई में 10 स्थानों पर 07-04-2025 को तलाशी अभियान चलाया।
ईडी की ओर से कहा गया था कि तलाशी मेसर्स गंगोत्री एंटरप्राइजेज लिमिटेड के अन्य निदेशकों और ठेकेदारों के साथ-साथ पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी के आवासों और कार्यालय परिसरों में भी की गई। तलाशी अभियान के दौरान, विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए और 02 व्यक्तियों विनय शंकर तिवारी, कंपनी के मुख्य प्रमोटर और पूर्व विधायक और कंपनी के मुख्य प्रबंधकीय व्यक्ति अजीत पांडे को 07.04.2025 को तलाशी परिसर से गिरफ्तार किया गया।
22nd May, 2025