यूरीड मीडिया- कोरोना वायरस भी राजनीतिक दलों की तरह हिन्दुस्तान में सियासत कर रहा है। जिन राज्यों में चुनाव है उन राज्यों में नहीं जा रहा है। लाखों लाख की संख्या में कोरोना चुनाव वाले राज्यों में जनता को पूरी मोहलत दे दिया है कि मतदान तक हम तुम्हारे राज्य में नहीं आएंगे। जैसे चाहो वैसे साथ में रहो, बिना मास्क के रहो। कोरोना प्रवक्ता का यह भी कहना है कि अगर हमसे डर लग रहा है तो थोड़ा खर्चा करके इलाज कराने से बेहतर है कि पश्चिम बंगाल की रैलियों में शामिल होकर अपना मनोरंजन कर ले। कोरोना के मुखिया ने रैलियों में जाने तक अग्रिम आदेशों तक रोक लगा रखी है। कोरोना यह भी मानता है कि मोदी, अमित शाह, राहुल गाँधी, प्रियंका, ममता, स्टालिन व देश भर के तमाम हीरो हिरोइन का प्रवचन सुनना स्वास्थ्य हित में है। इसलिए चुनाव वाले राज्यों के आस पास नहीं भटक रहा है। कुछ चुनावी राज्यों में जरूर दस्तक देने का प्रयास कर रहा है जहाँ पर भाजपा सरकार थोड़ा अस्वस्थ्य है। कोरोना कितना राजनीतिज्ञ है कि वह भी उन राज्यों में जा रहा है जहाँ पर सबसे अधिक रोजगार है वह चाहे महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली आदि प्रदेश हो। इन राज्यों में अपना प्रभाव पूरी तरह से फैला रहा है। कोरोना वाइरस की यह सियासत चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर पचास हज़ार- लाख की रैलियों में बिना मास्क के सोशल डिस्टेंसिंग का धज्जियां उड़ाते हुए जनता के बीच नहीं जा रहा है।
यह उन लोगों के साथ सियासत कर रहा है जो अपनी रोजी रोटी कमाने के लिए बहार गए है या फिर घरों में रह कर कोरोना के गाइडलाइन का पूरी तरह पालन कर रहे हैं। कोरोना वाइरस के प्रवक्ता का कहना है कि अभी देशहित में चुनाव वाले राज्यों में नेताओं का भाषण सुनना जरुरी है इसलिए कोरोना वायरस उधर नहीं जा रहा है और चला भी गया है तो जाँच में अपना प्रभाव छुपाये हुए है। कोरोना वायरस के प्रवक्ता का कहना है कि चुनावी राज्यों में कोरोना वायरस दिल्ली से उड़ने वाले जहाजों में बैठ कर चुनाव वाले राज्यों तक जाकर फिर दिल्ली वापस आ जा रहे है और कार्यक्रम तय कर रहे है कि चुनाव परिणाम आने के बाद वायरस के मुखिया के निर्णय के आधार पर चुनाव वाले राज्यों में भी जायेंगे। वायरस के मुखिया भी दिल, दिमाग, आचरण, कर्म से बहुत बड़े राष्ट्रप्रेमी, राष्ट्रभक्त और देशहित में ही सोचने वाले हैं इसलिए बहुत सोच समझ कर देशहित में ही निर्णय करेंगे।
अभी तक महाराष्ट्र में इसलिए प्रभाव ज्यादा है क्योकि वहां पर पुलिस सीधे लूट कर रही थी। महाराष्ट्र के गृह मंत्री पुलिस को वसूली का लक्ष्य बना रहे थे, जोकि राष्ट्रहित में नहीं था। उनका ध्यान जनता की तरफ बढ़े, वसूली की तरफ से हटे। इसलिए महाराष्ट्र, दिल्ली में प्रभाव बढ़ा रहा है। कोरोना में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का संचालन दिल्ली से न कर और वह दिल्ली छोड़कर अपने राज्यों में भाग जाये इसलिए दिल्ली में प्रभाव में बना रहे। पंजाब में किसान बहुत दिनों से धरना दे रहे है अपने परिवार से दूर हैं इसलिए पंजाब में भी कोरोना वायरस जा रहा है। इसी तरह अन्य राज्य जो किसी न किसी तरीके से राष्ट्र विरोधी गतिविधियां करने का प्रयास कर रहे है उनमे भी थोड़ा थोड़ा सक्रिय हो रहे है, हिंदी प्रभावित राज्यों में चुकि कुछ लोग अनैतिक गतिविधियों में लूटपाट, भ्रष्टाचार करने में जुटे हैं। देशहित एवं राज्यों में भी धीरे धीरे कोरोना दस्तक बढ़ा रहा है। कोरोना वायरस के प्रवक्ता का कहना है कि और अधिक जानकारी कोरोना वायरस के मुखिया की उच्च स्तरीय बैठक के बाद लिया जायेगा।
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यह उन लोगों के साथ सियासत कर रहा है जो अपनी रोजी रोटी कमाने के लिए बहार गए है या फिर घरों में रह कर कोरोना के गाइडलाइन का पूरी तरह पालन कर रहे हैं। कोरोना वाइरस के प्रवक्ता का कहना है कि अभी देशहित में चुनाव वाले राज्यों में नेताओं का भाषण सुनना जरुरी है इसलिए कोरोना वायरस उधर नहीं जा रहा है और चला भी गया है तो जाँच में अपना प्रभाव छुपाये हुए है। कोरोना वायरस के प्रवक्ता का कहना है कि चुनावी राज्यों में कोरोना वायरस दिल्ली से उड़ने वाले जहाजों में बैठ कर चुनाव वाले राज्यों तक जाकर फिर दिल्ली वापस आ जा रहे है और कार्यक्रम तय कर रहे है कि चुनाव परिणाम आने के बाद वायरस के मुखिया के निर्णय के आधार पर चुनाव वाले राज्यों में भी जायेंगे। वायरस के मुखिया भी दिल, दिमाग, आचरण, कर्म से बहुत बड़े राष्ट्रप्रेमी, राष्ट्रभक्त और देशहित में ही सोचने वाले हैं इसलिए बहुत सोच समझ कर देशहित में ही निर्णय करेंगे।
अभी तक महाराष्ट्र में इसलिए प्रभाव ज्यादा है क्योकि वहां पर पुलिस सीधे लूट कर रही थी। महाराष्ट्र के गृह मंत्री पुलिस को वसूली का लक्ष्य बना रहे थे, जोकि राष्ट्रहित में नहीं था। उनका ध्यान जनता की तरफ बढ़े, वसूली की तरफ से हटे। इसलिए महाराष्ट्र, दिल्ली में प्रभाव बढ़ा रहा है। कोरोना में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का संचालन दिल्ली से न कर और वह दिल्ली छोड़कर अपने राज्यों में भाग जाये इसलिए दिल्ली में प्रभाव में बना रहे। पंजाब में किसान बहुत दिनों से धरना दे रहे है अपने परिवार से दूर हैं इसलिए पंजाब में भी कोरोना वायरस जा रहा है। इसी तरह अन्य राज्य जो किसी न किसी तरीके से राष्ट्र विरोधी गतिविधियां करने का प्रयास कर रहे है उनमे भी थोड़ा थोड़ा सक्रिय हो रहे है, हिंदी प्रभावित राज्यों में चुकि कुछ लोग अनैतिक गतिविधियों में लूटपाट, भ्रष्टाचार करने में जुटे हैं। देशहित एवं राज्यों में भी धीरे धीरे कोरोना दस्तक बढ़ा रहा है। कोरोना वायरस के प्रवक्ता का कहना है कि और अधिक जानकारी कोरोना वायरस के मुखिया की उच्च स्तरीय बैठक के बाद लिया जायेगा।
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7th April, 2021