यूरिड न्यूज़ नई दिल्ली:- कश्मीर में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया। खास बात यह है कि उसमें एक की पहचान पिछले हफ्ते पुलवामा पार्ट 2 जैसी घटना को अंजाम देने वाले अब्दुल रहमान उर्फ फौजी भाई के रूप में हुई है। पुलवामा पार्ट-2 की नाकाम कोशिश करने वाले जैश-ए-मोहम्मद के कार बम प्रमुख समेत 3 आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने संवदाताओं को बताया कि मारे गए आतंकियों में एक की पहचान पाकिस्तान के मुल्तान के रहने वाले अब्दुल रहमान उर्फ फौजी भाई/फौजी बाबा के तौर पर हुई है जो आईईडी एक्सपर्ट था। वह 2017 से ही दक्षिण कश्मीर में सक्रिय था। जिसकी तलाश लंबे समय से चल रही थी।
आईजी विजय कुमार ने बताया कि फौजी भाई ने कई सारे आतंकी हमलों को अंजाम दिया था। सुरक्षा बलों को लंबे समय से उसकी तलाश थी। दिसंबर 2019 में एक मुठभेड़ में यह बच निकला था। 28 मई को पुलवामा पार्ट 2 को अंजाम देने की नाकाम साजिश में भी वह शामिल था। आईजी ने इसे सुरक्षा बलों की बहुत बड़ी कामयाबी बताया है।
मुठभेड़ में मारे गए 2 आतंकवादियों की पहचान अभी की जा रही है। अब्दुल रहमान उर्फ फौजी भाई जैश सरगना मसूद अजहर का वही रिश्तेदार है जिसे इस्माइल अल्वी उर्फ फौजी बाबा उर्फ लंबू के नाम से जाना जाता था। उसको ढेर करना सुरक्षा बलों के लिए बहुत बड़ी कामयाबी है। उसी ने फरवरी 2019 के पुलवामा हमले में इस्तेमाल गाड़ी में आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्स्पलोसिव डिवाइस) लगाया था।
आईजी विजय कुमार ने बताया कि फौजी भाई ने कई सारे आतंकी हमलों को अंजाम दिया था। सुरक्षा बलों को लंबे समय से उसकी तलाश थी। दिसंबर 2019 में एक मुठभेड़ में यह बच निकला था। 28 मई को पुलवामा पार्ट 2 को अंजाम देने की नाकाम साजिश में भी वह शामिल था। आईजी ने इसे सुरक्षा बलों की बहुत बड़ी कामयाबी बताया है।
मुठभेड़ में मारे गए 2 आतंकवादियों की पहचान अभी की जा रही है। अब्दुल रहमान उर्फ फौजी भाई जैश सरगना मसूद अजहर का वही रिश्तेदार है जिसे इस्माइल अल्वी उर्फ फौजी बाबा उर्फ लंबू के नाम से जाना जाता था। उसको ढेर करना सुरक्षा बलों के लिए बहुत बड़ी कामयाबी है। उसी ने फरवरी 2019 के पुलवामा हमले में इस्तेमाल गाड़ी में आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्स्पलोसिव डिवाइस) लगाया था।
3rd June, 2020