लखनऊ, यूरीड मीडिया न्यूज। इस वर्ष उत्तर, पूरब और मध्य भारत में रहने वाले लोगों को गर्मी कुछ ज्यादा ही सता सकती है। अप्रैल से मई के दौरान तापमान औसत से एक से डेढ़ डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। आइएमडी के पूर्वानुमानों के मुताबिक पूरे उत्तर भारत के मैदानी इलाकों मध्य भारत में मार्च में तापमान में आधा डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। उत्तर आंध्र प्रदेश में तापमान एक डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। देश के कई भागों में अभी से बढ़ते तापमान का असर महसूूस किया जाने लगा हैं। अप्रैल में तापमान में औसत से एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि की संभावना है वहीं मई में डेढ़ डिग्री सेल्सियस। राजस्थान, खासकर उसके पश्चिमी भाग में आमतौर पर सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है। इस साल भी मई में राजस्थान में तापमान के औसत से डेढ़ डिग्री ज्यादा चढ़ने का अनुमान है। जबकि इस दौरान मध्य भारत उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और पूर्वी भारत में तापमान औसत से एक डिग्री सेल्सियस तक चढ़ सकता है।
20th February, 2020