यूरीड मीडिया-उत्तर प्रदेश के मेरठ में पोलियो टीकाकरण के लिए पहुंची टीम के साथ लोगों ने बंधक बनाकर मारपीट की। लोगों ने समझा कि यह टीम एनपीआर के लिए आई है। मिली जानकारी के अनुसार, मेरठ के लिसाड़ी गेट क्षेत्र में पोलियो दवा पिलाने गई टीम को स्थानीय लोगों ने नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (NPR) टीम समझकर बंधक बना लिया और मारपीट कर दी। टीम को कमरे में बंद कर दिया। उनके सरकारी रजिस्टर फाड़ दिए। वैक्सीन को भी छीन ली। घंटेभर तक हंगामा चलता रहा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने पहुंचकर लोगों को समझाया और टीम को बंधन मुक्त कराया। इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ थाना लिसाड़ी गेट में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पल्स पोलियो टीम में स्टाफ नर्स नीतू और सहयोगी स्टाफ दीपक लिसाड़ी गेट के लखीपुरा गली-22 स्थित घरों में बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने के लिए गए। एक घर में परिजनों ने बच्चों को दवा पिलाने से मना कर दिया। इस पर टीम ने उन बच्चों व परिजनों के नाम दर्ज करने के लिए पूछना शुरू कर दिया। परिजनों ने नाम बताने से इंकार कर दिया। इस पर कुछ लोगों नेटीम से अभद्र भाषा का प्रयोग किया। दो युवकों ने दीपक का गिरेबान पकड़ लिया और उनकी पिटाई कर दी।
पोलियो वैक्सीन और सरकारी दस्तावेज छीन लिए। स्टाफ नर्स नीतू को कमरे में बंद कर दिया। भीड़ ने पल्स पोलियो टीम से कहा कि तुम एनपीआर टीम वाले हो। आज तुम्हें नहीं छोड़ेंगे। भीड़ ने सरकार के खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए। मामला बढ़ता चला गया। हंगामे के बीच स्वास्थ्य विभाग की टीम के दोनों सदस्यों ने अपने परिचय पत्र दिखाए। बावजूद इसके भीड़ कुछ सुनने को तैयार नहीं थी। जैसे-तैसे दीपक ने प्रभारी चिकित्साधिकारी को फोन कर घटनाक्रम की जानकारी दी। लखीपुरा यूपीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. कदीर अहमद खान अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। डब्लूएचओ की फील्ड मॉनीटर भी घटनास्थल पर आ गईं। टीम ने भीड़ को समझाया कि वे स्वास्थ्य विभाग से हैं। पोलियो वैक्सीन पिला रहे हैं। इससे जुड़े सुबूत भी दिखाए।
थाना लिसाड़ी गेट इंस्पेक्टर प्रशांत कपिल ने बतायाा कि पल्स पोलियो टीम को बंधक बनाकर पिटाई करने के मामले में इमरान व कुछ अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
पल्स पोलियो टीम में स्टाफ नर्स नीतू और सहयोगी स्टाफ दीपक लिसाड़ी गेट के लखीपुरा गली-22 स्थित घरों में बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने के लिए गए। एक घर में परिजनों ने बच्चों को दवा पिलाने से मना कर दिया। इस पर टीम ने उन बच्चों व परिजनों के नाम दर्ज करने के लिए पूछना शुरू कर दिया। परिजनों ने नाम बताने से इंकार कर दिया। इस पर कुछ लोगों नेटीम से अभद्र भाषा का प्रयोग किया। दो युवकों ने दीपक का गिरेबान पकड़ लिया और उनकी पिटाई कर दी।
पोलियो वैक्सीन और सरकारी दस्तावेज छीन लिए। स्टाफ नर्स नीतू को कमरे में बंद कर दिया। भीड़ ने पल्स पोलियो टीम से कहा कि तुम एनपीआर टीम वाले हो। आज तुम्हें नहीं छोड़ेंगे। भीड़ ने सरकार के खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए। मामला बढ़ता चला गया। हंगामे के बीच स्वास्थ्य विभाग की टीम के दोनों सदस्यों ने अपने परिचय पत्र दिखाए। बावजूद इसके भीड़ कुछ सुनने को तैयार नहीं थी। जैसे-तैसे दीपक ने प्रभारी चिकित्साधिकारी को फोन कर घटनाक्रम की जानकारी दी। लखीपुरा यूपीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. कदीर अहमद खान अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। डब्लूएचओ की फील्ड मॉनीटर भी घटनास्थल पर आ गईं। टीम ने भीड़ को समझाया कि वे स्वास्थ्य विभाग से हैं। पोलियो वैक्सीन पिला रहे हैं। इससे जुड़े सुबूत भी दिखाए।
थाना लिसाड़ी गेट इंस्पेक्टर प्रशांत कपिल ने बतायाा कि पल्स पोलियो टीम को बंधक बनाकर पिटाई करने के मामले में इमरान व कुछ अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
27th January, 2020