यूरीड मीडिया-पांच दिवसीय गंगा यात्रा कल यानी 27 जनवरी को बिजनौर व बलिया से प्रारंभ होगी। इनका भव्य समापन 31 जनवरी को कानपुर में गंगा के किनारे होगा। यात्रा के दौरान प्रदेश सरकार के 56 और केंद्र सरकार के 8 मंत्री शामिल होंगे। ये यात्राएं प्रदेश के 87 विधानसभा क्षेत्रों, 26 लोकसभा क्षेत्रों व 27 जिलों से गुजरेगी। बिजनौर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान तथा बलिया में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, केंद्रीय मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय व बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी यात्रा का शुभारंभ करेंगे। दोनों यात्राएं सड़क मार्ग से 1238 और नाव से 150 किमी की दूरी तय करेंगी।
गंगा यात्रा के नोडल विभाग जलशक्ति के मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह ने रविवार को मीडियकर्मियों को बताया कि 27 से 31 जनवरी तक किलने वाली गंगा यात्रा दो रूट से निकाली जाएगी। पहला बिजनौर से कानपुर और दूसरा बलिया से कानपुर। बिजनौर से कानपुर तक निकलने वाली गंगा यात्रा पहले दिन मेरठ जिले के हस्तिनापुर में रात्रि विश्राम करेगी। 28 जनवरी को उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान मौजूद रहेंगे।
29 जनवरी को कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, बृजेश पाठक और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल तथा 30 जनवरी को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो खासतौर पर मौजूद रहेंगे। इसी तरह बलिया से कानपुर तक जाने वाली गंगा यात्रा पहले दिन गाजीपुर मे रात्रि विश्राम करेगी। इस यात्रा में 28 जनवरी को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत उपस्थित रहेंगे। 29 जनवरी को सीएम योगी आदित्यनाथ, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मौजूद रहेंगे। 30 जनवरी को उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी मौजूद रहेंगे। गंगा तट के जिलों के सभी मंत्री यात्रा के दौरान उपस्थित रहेंगे।
प्रभारी मंत्री समेत सभी वजीरों को लगाया
बिजनौर से कानपुर तक पूरी यात्रा में काबीना मंत्री सुरेश राणा, बिजनौर के प्रभारी मंत्री कपिल देव अग्रवाल, राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख और विजय कुमार कश्यप मौजूद रहेंगे। इसी तरह बलिया से प्रारंभ होकर कानपुर तक जाने वाली यात्रा में कृषि मत्री सूर्यप्रताप शाही, बलिया के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर और राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव मौजूद रहेंगे। 31 जनवरी को कानपुर में गंगा यात्रा के समापन समारोह में सीएम योगी के अलावा केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और भाजपा केप्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव खासतौर पर शामिल होंगे।
गंगा पूजन होगा, घंटे-घड़ियाल बजेंगे, पुष्प वर्षा से होगा स्वागत
महेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रथ्वी पर गंगा का कुल बहाव 2525 किमी है। इसमें 1140 किमी लंबा क्षेत्र उत्तर प्रदेश में है। गंगा के किनारे 1040 ग्राम पंचायत, 1656 राजस्व गांव और 21 नगरीय निकाय हैं। ये 87 विधानसभा क्षेत्रों, 26 लोकसभा क्षेत्रों व 27 जिलों में पड़ते हैं। बलिया से कानपुर तक 657 और बिजनौर से कानपुर तक 581 किमी की यात्रा सड़क मार्ग से होगी। 150 किमी यात्रा जल मार्ग से होगी। यात्रा का शुभारंभ गंगा पूजन व गंगा आरती से होगा। हर रोज गंगा पूजन से यात्रा शुरू होगी। इस दौरान घंटे, घड़ियाल व पुष्पवर्षा से यात्रा का स्वागत होगा।
फलीभूत होता है गंगा मैया का आशीर्वाद
डॉ. महेन्द्र सिंह ने कहा कि मां गंगा का आशीर्वाद सभी को फलीभूत होता है। मारीशस के प्रधानमंत्री कुंभ में स्नान करने आए थे। इसके बाद हुए चुनाव में वह दोबारा प्रधानमंत्री बन गए हैं। चुनाव से पहले भाजपा के नमामि गंगे अभियान केसंयोजक त्रिवेन्द्र सिंह रावत और सहसयोजक केशव प्रसाद मौर्य थे। दोनों अपने राज्यों में क्रमश: मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री बने।
26 विभाग तैयारी में लगे, तटवर्ती गांवों का होगा विकास
जलशक्ति मंत्री ने कहा कि गंगा यात्रा की तैयारी में 26 विभाग लगे हुए हैं। जलशक्ति नोडल विभाग है। गंगा यात्रा में आस्था, अर्थ और अध्यात्म का संगम होगा। गंगा के तटवर्ती गांवों व नगरों का विकास किया जाएगा। उनमें जीरो बजट आधारित जैविक खेती कराई जाएगी। इसके लिए हर गांव से दो-दो लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गंगा मैदान व गंगा नर्सरी विकसित की जाएंगी। गंगा के तटवर्ती गांवों में गंगा चौपाल लगेंगी। इन सभी कामों से तटवर्ती गांवों का विकास होगा।
गंगा यात्रा के नोडल विभाग जलशक्ति के मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह ने रविवार को मीडियकर्मियों को बताया कि 27 से 31 जनवरी तक किलने वाली गंगा यात्रा दो रूट से निकाली जाएगी। पहला बिजनौर से कानपुर और दूसरा बलिया से कानपुर। बिजनौर से कानपुर तक निकलने वाली गंगा यात्रा पहले दिन मेरठ जिले के हस्तिनापुर में रात्रि विश्राम करेगी। 28 जनवरी को उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान मौजूद रहेंगे।
29 जनवरी को कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, बृजेश पाठक और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल तथा 30 जनवरी को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो खासतौर पर मौजूद रहेंगे। इसी तरह बलिया से कानपुर तक जाने वाली गंगा यात्रा पहले दिन गाजीपुर मे रात्रि विश्राम करेगी। इस यात्रा में 28 जनवरी को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत उपस्थित रहेंगे। 29 जनवरी को सीएम योगी आदित्यनाथ, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मौजूद रहेंगे। 30 जनवरी को उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी मौजूद रहेंगे। गंगा तट के जिलों के सभी मंत्री यात्रा के दौरान उपस्थित रहेंगे।
प्रभारी मंत्री समेत सभी वजीरों को लगाया
बिजनौर से कानपुर तक पूरी यात्रा में काबीना मंत्री सुरेश राणा, बिजनौर के प्रभारी मंत्री कपिल देव अग्रवाल, राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख और विजय कुमार कश्यप मौजूद रहेंगे। इसी तरह बलिया से प्रारंभ होकर कानपुर तक जाने वाली यात्रा में कृषि मत्री सूर्यप्रताप शाही, बलिया के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर और राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव मौजूद रहेंगे। 31 जनवरी को कानपुर में गंगा यात्रा के समापन समारोह में सीएम योगी के अलावा केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और भाजपा केप्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव खासतौर पर शामिल होंगे।
गंगा पूजन होगा, घंटे-घड़ियाल बजेंगे, पुष्प वर्षा से होगा स्वागत
महेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रथ्वी पर गंगा का कुल बहाव 2525 किमी है। इसमें 1140 किमी लंबा क्षेत्र उत्तर प्रदेश में है। गंगा के किनारे 1040 ग्राम पंचायत, 1656 राजस्व गांव और 21 नगरीय निकाय हैं। ये 87 विधानसभा क्षेत्रों, 26 लोकसभा क्षेत्रों व 27 जिलों में पड़ते हैं। बलिया से कानपुर तक 657 और बिजनौर से कानपुर तक 581 किमी की यात्रा सड़क मार्ग से होगी। 150 किमी यात्रा जल मार्ग से होगी। यात्रा का शुभारंभ गंगा पूजन व गंगा आरती से होगा। हर रोज गंगा पूजन से यात्रा शुरू होगी। इस दौरान घंटे, घड़ियाल व पुष्पवर्षा से यात्रा का स्वागत होगा।
फलीभूत होता है गंगा मैया का आशीर्वाद
डॉ. महेन्द्र सिंह ने कहा कि मां गंगा का आशीर्वाद सभी को फलीभूत होता है। मारीशस के प्रधानमंत्री कुंभ में स्नान करने आए थे। इसके बाद हुए चुनाव में वह दोबारा प्रधानमंत्री बन गए हैं। चुनाव से पहले भाजपा के नमामि गंगे अभियान केसंयोजक त्रिवेन्द्र सिंह रावत और सहसयोजक केशव प्रसाद मौर्य थे। दोनों अपने राज्यों में क्रमश: मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री बने।
26 विभाग तैयारी में लगे, तटवर्ती गांवों का होगा विकास
जलशक्ति मंत्री ने कहा कि गंगा यात्रा की तैयारी में 26 विभाग लगे हुए हैं। जलशक्ति नोडल विभाग है। गंगा यात्रा में आस्था, अर्थ और अध्यात्म का संगम होगा। गंगा के तटवर्ती गांवों व नगरों का विकास किया जाएगा। उनमें जीरो बजट आधारित जैविक खेती कराई जाएगी। इसके लिए हर गांव से दो-दो लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गंगा मैदान व गंगा नर्सरी विकसित की जाएंगी। गंगा के तटवर्ती गांवों में गंगा चौपाल लगेंगी। इन सभी कामों से तटवर्ती गांवों का विकास होगा।
26th January, 2020