यूरीड मीडिया-बिहार आज विश्व की सबसे लंबी मानव श्रृंखला बना इतिहास रचने जा रहा है। पर्यावरण संरक्षण को लेकर जन जागरण के उद्देश्य से आज राज्य में दुनिया की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला बनाई गई है। इस अनोखी मानव श्रृंखला के जरिए नशा मुक्ति, बाल विवाह रोकथाम और दहेज प्रथा के खिलाफ लोगों को जागरूक किया गया है। इस बार 16,351 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाने का लक्ष्य रखा गया. सुबह 11.30 बजे से दोपहर 12 बजे तक आधे घंटे तक 4 करोड़ से अधिक लोग एक-दूसरे का हाथ थामे श्रृंखलाबद्ध खड़े हुए।
मानव श्रृंखला का मुख्य आयोजन पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में किया गया, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में इसकी शुरुआत की। नीतीश कुमार के अलावा उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, तमाम मंत्री, विधायक और नेता कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे।
सरकार के आला अधिकारियों का दल भी एक-दूसरे के हाथ से हाथ जोड़े कतारबद्ध खड़े हुए। इस मानव श्रृंखला की तस्वीर लेने के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर मंगवाए गए हैं। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत बनी इस मानव श्रृंखला में बच्चे, बुजुर्ग, महिला, सरकारी कर्मचारी, अधिकारी और पुलिसकर्मी रविवार को सुबह से ही विभिन्न सड़कों पर एक-दूसरे के हाथ थामे खड़े हो गए. सभी के अंदर मानव श्रृंखला में हिस्सेदारी लेने के लिए जोश दिखाई दिया.
जल-जीवन-हरियाली को लेकर बनी विश्व की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला का डाक्यूमेंटेशन करा राज्य सरकार अब प्रमाण स्वरूप वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज कराने वाली अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों को सौंपेगी। इससे पहले बिहार में शराबबंदी को लेकर जनजागरूकता अभियान के तहत 21 जनवरी 2017 को तथा 21 जनवरी 2018 को दहेज और बाल विवाह के खिलाफ भी मानव श्रृंखला बनाई गई थी।
मानव श्रृंखला का मुख्य आयोजन पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में किया गया, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में इसकी शुरुआत की। नीतीश कुमार के अलावा उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, तमाम मंत्री, विधायक और नेता कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे।
सरकार के आला अधिकारियों का दल भी एक-दूसरे के हाथ से हाथ जोड़े कतारबद्ध खड़े हुए। इस मानव श्रृंखला की तस्वीर लेने के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर मंगवाए गए हैं। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत बनी इस मानव श्रृंखला में बच्चे, बुजुर्ग, महिला, सरकारी कर्मचारी, अधिकारी और पुलिसकर्मी रविवार को सुबह से ही विभिन्न सड़कों पर एक-दूसरे के हाथ थामे खड़े हो गए. सभी के अंदर मानव श्रृंखला में हिस्सेदारी लेने के लिए जोश दिखाई दिया.
जल-जीवन-हरियाली को लेकर बनी विश्व की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला का डाक्यूमेंटेशन करा राज्य सरकार अब प्रमाण स्वरूप वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज कराने वाली अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों को सौंपेगी। इससे पहले बिहार में शराबबंदी को लेकर जनजागरूकता अभियान के तहत 21 जनवरी 2017 को तथा 21 जनवरी 2018 को दहेज और बाल विवाह के खिलाफ भी मानव श्रृंखला बनाई गई थी।
19th January, 2020