लखनऊ, यूरीड मीडिया न्यूज। भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का कहना है कि घरेलू अर्थव्यवस्था इस वक्त विकास दर की ढलान के बीच है। इसकी मुख्य वजह यह है कि इकोनॉमी के उस प्रधानमंत्री कार्यालय पीएमओं की तरफ से चलाया जा रहा है। जिसमें सारी शक्तियां केंद्रित हो गई है। पूर्व गवर्नर ने यह भी सुझाया कि घरेलू उद्योग की स्थिति सुधारने के लिए संभव होगा जब भारत मुक्त व्यापार समझौता एफटीए में शामिल है। निर्णय लेने की प्रक्रिया ही नहीं, बल्कि विचार और योजनाएं भी प्रधानमंत्री और पीएमओें कार्यालय में बैठे कुछ चुनिंदा व्यक्तियों की ओर से आ रही है। राजन के मुताबिक शक्तियों का ऐसा केंद्रीकरण उन मामलों में ठीक है जहां पार्टियों के राजनीतिक और सामाजिक एजेंडा से जुड़े फैसले किये जाते है।
9th December, 2019