यूरीड मीडिया- केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने शुक्रवार को 21 शहरों के पानी की गुणवत्ता रैंकिंग जारी करते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का पानी पीने के योग्य नहीं है। रैंकिंग के अनुसार, देश में सबसे अच्छे पेयजल की सुविधा मुंबई में है। दिल्ली में 12 जनपथ और कृषि भवन समेत 11 स्थानों से नमूने एकत्रित किए गए थे।
केन्द्रीय मंत्री पासवान ने आज पानी की गुणवत्ता की रिपोर्ट और रैंकिंग जारी करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि पानी के नमूनों की जांच 10 मानकों पर की गई। मुंबई का पानी हर मानक पर पास हुआ है। वहीं, इन मानकों पर अन्य सभी शहरों के मुकाबले दिल्ली का सबसे खराब प्रदर्शन रहा। मंत्री ने कहा, 'हम किसी सरकार को दोष नहीं दे रहे हैं। दिल्ली सरकार यह समझे कि हम इस मुद्दे पर राजनीति नहीं कर रहे हैं, बल्कि हमारा मकसद लोगों तक साफ पानी पहुंचाना है।
इस लिस्ट में टॉप 5 शहर निम्न हैं - मुंबई, हैदराबाद, भुवनेश्वर, रांची और रायपुर उभरे हैं।
वहीं बाकी शहरों में क्रमशः अमरावती, शिमला, चंडीगढ़, त्रिवेंद्रम, पटना, भोपाल, गुवाहाटी, बेंगलुरु, गांधीनगर, लखनऊ, जम्मू, जयपुर, देहरादून, चेन्नै, कोलकाता, दिल्ली का स्थान है।
केन्द्रीय मंत्री पासवान ने आगे बताया कि पानी का गुणवत्ता परीक्षण आगे भी जारी रहेगा। आगे पीने के पानी की जांच तीन चरणों में की जाएगी। पहले चरण में सभी राजधानियों के पानी की जांच की जाएगी। दूसरे चरण में स्मार्ट सिटी के पानी की जांच की जाएगी। तीसरे चरण में सभी जिलों में पीने के पानी की जांच की जाएगी। केंद्र सरकार ने ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) को देशभर के विभिन्न शहरों से पानी के नमूने एकत्र कर उनकी जांच करने के बाद उसके अनुरूप शहरों की रैंकिंग जारी करने का जिम्मा दिया था।
केन्द्रीय मंत्री पासवान ने आज पानी की गुणवत्ता की रिपोर्ट और रैंकिंग जारी करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि पानी के नमूनों की जांच 10 मानकों पर की गई। मुंबई का पानी हर मानक पर पास हुआ है। वहीं, इन मानकों पर अन्य सभी शहरों के मुकाबले दिल्ली का सबसे खराब प्रदर्शन रहा। मंत्री ने कहा, 'हम किसी सरकार को दोष नहीं दे रहे हैं। दिल्ली सरकार यह समझे कि हम इस मुद्दे पर राजनीति नहीं कर रहे हैं, बल्कि हमारा मकसद लोगों तक साफ पानी पहुंचाना है।
इस लिस्ट में टॉप 5 शहर निम्न हैं - मुंबई, हैदराबाद, भुवनेश्वर, रांची और रायपुर उभरे हैं।
वहीं बाकी शहरों में क्रमशः अमरावती, शिमला, चंडीगढ़, त्रिवेंद्रम, पटना, भोपाल, गुवाहाटी, बेंगलुरु, गांधीनगर, लखनऊ, जम्मू, जयपुर, देहरादून, चेन्नै, कोलकाता, दिल्ली का स्थान है।
केन्द्रीय मंत्री पासवान ने आगे बताया कि पानी का गुणवत्ता परीक्षण आगे भी जारी रहेगा। आगे पीने के पानी की जांच तीन चरणों में की जाएगी। पहले चरण में सभी राजधानियों के पानी की जांच की जाएगी। दूसरे चरण में स्मार्ट सिटी के पानी की जांच की जाएगी। तीसरे चरण में सभी जिलों में पीने के पानी की जांच की जाएगी। केंद्र सरकार ने ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) को देशभर के विभिन्न शहरों से पानी के नमूने एकत्र कर उनकी जांच करने के बाद उसके अनुरूप शहरों की रैंकिंग जारी करने का जिम्मा दिया था।
16th November, 2019