उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 11 सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया है। गंगोह, रामपुर, इगलास (अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित), लखनऊ कैंट, गोविंद नगर, माणिकपुर, प्रतापगढ़, जैदपुर (आरक्षित), जलालपुर, बलहा (आरक्षित) और घोसी विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है। इन सीटों पर मतदान के चौथे दिन 24 अक्टूबर को मतगणना होगी।उत्तर प्रदेश में 6 बजे तक 47.05 प्रतिशत मतदान हो गया है। संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी रत्नेश सिंह ने बताया कि सहारनपुर के गंगोह में 60.30 प्रतिशत, रामपुर में 44 प्रतिशत, इगलास में 36.20 प्रतिशत, लखनऊ कैंट में 28.53 प्रतिशत, गोविंदनगर में 32.60 प्रतिशत, मानिकपुर में 52.10 प्रतिशत, प्रतापगढ़ में 44 प्रतिशत, जैदपुर में 58.00 प्रतिशत, जलालपुर में 58.80 प्रतिशत, बलहा में 52.00 प्रतिशत और घोसी में 51.00 प्रतिशत मतदान हुआ है।
सभी सीटों पर चौकोना मुकाबला है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस भाग्य आजमा रही हैं। सत्ताधारी भाजपा को इस उपचुनाव में अच्छी खबरें मिलने का भरोसा है, क्योंकि विपक्षी पार्टियों का प्रचार अभियान फीका रहा है। भाजपा ने उपचुनाव के लिए कार्यकर्ताओं को एकजुट किया है। पार्टी नेताओं ने सभी सीटें जीतने के लिए जोर नहीं लगाया है।
11 में से 8 सीटों पर भाजपा का पहले से कब्जा है, जबकि सपा और बसपा के पास पहले से एक-एक सीट है। प्रतापगढ़ सीट पर भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल का कब्जा है। घोसी विधानसभा सीट विधायक फागू चौहान के इस्तीफे के कारण खाली हुई है। उन्होंने बिहार का राज्यपाल नियुक्त किए जाने के बाद विधायक पद से इस्तीफा दिया था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने रविवार को कहा कि उपचुनाव में भाजपा के पक्ष में एकतरफा मुकाबला है।
उन्होंने कहा, "मोदी का करिश्मा और योगी की कड़ी मेहनत भाजपा को निश्चित रूप से सभी सीटों पर जीत दिलाएगी।" दूसरी ओर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को उम्मीद है कि इस उपचुनाव में उनकी पार्टी की हालत सुधरेगी। उन्होंने कहा, "हमारे सामने कई चुनौतियां हैं, लेकिन वरिष्ठों का आशीर्वाद और युवाओं का समर्थन पाकर पार्टी बेहतर प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस को 2022 के चुनाव में सत्ता में आने से कोई रोक नहीं पाएगा।"
उपचुनाव वाली सीटों में से कांग्रेस के कब्जे में एक भी सीट पहले से नहीं है। बसपा और सपा ने गठबंधन कर लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उपचुनाव में दोनों पार्टियां अलग-अलग लड़ रही हैं। दोनों पार्टियों के बड़े नेताओं ने उपचुनाव में प्रचार नहीं किया। इस उपचुनाव में लखनऊ कैंट सीट पर सबसे अधिक 13 उम्मीदवार हैं। जलालपुर सीट पर 12, जबकि घोसी, गंगोह, प्रतापगढ़ और बलहा में 11-11 उम्मीदवार मैदान में हैं। गोविंद नगर और मणिकपुर में 9-9, जबकि रामपुर, इगलास और जैदपुर में 7-7 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं।
सभी सीटों पर चौकोना मुकाबला है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस भाग्य आजमा रही हैं। सत्ताधारी भाजपा को इस उपचुनाव में अच्छी खबरें मिलने का भरोसा है, क्योंकि विपक्षी पार्टियों का प्रचार अभियान फीका रहा है। भाजपा ने उपचुनाव के लिए कार्यकर्ताओं को एकजुट किया है। पार्टी नेताओं ने सभी सीटें जीतने के लिए जोर नहीं लगाया है।
11 में से 8 सीटों पर भाजपा का पहले से कब्जा है, जबकि सपा और बसपा के पास पहले से एक-एक सीट है। प्रतापगढ़ सीट पर भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल का कब्जा है। घोसी विधानसभा सीट विधायक फागू चौहान के इस्तीफे के कारण खाली हुई है। उन्होंने बिहार का राज्यपाल नियुक्त किए जाने के बाद विधायक पद से इस्तीफा दिया था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने रविवार को कहा कि उपचुनाव में भाजपा के पक्ष में एकतरफा मुकाबला है।
उन्होंने कहा, "मोदी का करिश्मा और योगी की कड़ी मेहनत भाजपा को निश्चित रूप से सभी सीटों पर जीत दिलाएगी।" दूसरी ओर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को उम्मीद है कि इस उपचुनाव में उनकी पार्टी की हालत सुधरेगी। उन्होंने कहा, "हमारे सामने कई चुनौतियां हैं, लेकिन वरिष्ठों का आशीर्वाद और युवाओं का समर्थन पाकर पार्टी बेहतर प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस को 2022 के चुनाव में सत्ता में आने से कोई रोक नहीं पाएगा।"
उपचुनाव वाली सीटों में से कांग्रेस के कब्जे में एक भी सीट पहले से नहीं है। बसपा और सपा ने गठबंधन कर लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उपचुनाव में दोनों पार्टियां अलग-अलग लड़ रही हैं। दोनों पार्टियों के बड़े नेताओं ने उपचुनाव में प्रचार नहीं किया। इस उपचुनाव में लखनऊ कैंट सीट पर सबसे अधिक 13 उम्मीदवार हैं। जलालपुर सीट पर 12, जबकि घोसी, गंगोह, प्रतापगढ़ और बलहा में 11-11 उम्मीदवार मैदान में हैं। गोविंद नगर और मणिकपुर में 9-9, जबकि रामपुर, इगलास और जैदपुर में 7-7 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं।
21st October, 2019