यूरीड मीडिया-सोनभद्र में हुए नरसंहार के बाद जिले में दिग्गजों के जाने की होड़ मची है। इसी क्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार सुबह साढ़े 11 बजे हैलीकॉप्टर से सोनभद्र के म्योरपुर पहुंचे, जहां से वह म्योरपुर हैलीपैड से दूसरे हैलीकॉप्टर द्वारा घोरावल के लिए रवाना हो गए। यहां वह पीड़ितों के परिजनों से मिलेंगे।
सोनभद्र हत्याकांड को लेकर सियासी बवाल भी थम नहीं रहा है। एक ओर प्रियंका गांधी को सोनभद्र जाने पर पुलिस ने हिरासत में लिया था, तो वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ के आने का विरोध कर रहे राबर्ट्सगंज में सपा के पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा समेत कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये सभी काला झंडा दिखाकर विरोध कर रहे थे।
सोनभद्र के घोरावल थानाक्षेत्र के मूर्तिया (उभ्भा) गांव में 17 जुलाई को नरसंहार हुआ था। बीते बुधवार की दोपहर में सौ बीघा विवादित जमीन को लेकर गुर्जर और गोड़ बिरादरी में खूनी संघर्ष हो गया। इस दौरान फायरिंग के साथ जमकर लाठी-डंडे और फावड़े भी चले थे। इसमें 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 28 लोग घायल हो गए थे। जिसके बाद जिले में धारा 144 लागू कर दी गई।
वहीं, 19 जुलाई को वाराणसी के बीएचयू ट्रामा सेंटर पहुंच कर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोनभद्र हत्याकांड में घायलों का हाल जाना। इसके बाद सोनभद्र के उभ्भा गांव में खूनी संघर्ष में मारे गए आदिवासियों के परिजनों से मुलाकात करने जाने लगीं। इस पर दिन में 11.55 बजे मिर्जापुर की रायनपुर पुलिस चौकी के सामने प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया था।
एसडीएम के वाहन से चुनार गेस्ट हाउस ले जाई गईं प्रियंका सहित कांग्रेस के 10 नेताओं पर शांतिभंग की आशंका में कार्रवाई की गई। प्रियंका गांधी पीड़ितों के परिवार से मिलन की जिद पर धरने पर बैठ गई थी। जिसके बाद शनिवार को पीड़ित परिवार की 5 महिलाओं से प्रियंका गांधी चुनार में ही मिलीं। प्रियंका गांधी ने पीड़ितों की तकलीफ सुनकर उन्हें ढांढस बंधाया। साथ ही कमरे में पीड़ितों के साथ बैठक की।
सोनभद्र हत्याकांड को लेकर सियासी बवाल भी थम नहीं रहा है। एक ओर प्रियंका गांधी को सोनभद्र जाने पर पुलिस ने हिरासत में लिया था, तो वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ के आने का विरोध कर रहे राबर्ट्सगंज में सपा के पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा समेत कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये सभी काला झंडा दिखाकर विरोध कर रहे थे।
सोनभद्र के घोरावल थानाक्षेत्र के मूर्तिया (उभ्भा) गांव में 17 जुलाई को नरसंहार हुआ था। बीते बुधवार की दोपहर में सौ बीघा विवादित जमीन को लेकर गुर्जर और गोड़ बिरादरी में खूनी संघर्ष हो गया। इस दौरान फायरिंग के साथ जमकर लाठी-डंडे और फावड़े भी चले थे। इसमें 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 28 लोग घायल हो गए थे। जिसके बाद जिले में धारा 144 लागू कर दी गई।
वहीं, 19 जुलाई को वाराणसी के बीएचयू ट्रामा सेंटर पहुंच कर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोनभद्र हत्याकांड में घायलों का हाल जाना। इसके बाद सोनभद्र के उभ्भा गांव में खूनी संघर्ष में मारे गए आदिवासियों के परिजनों से मुलाकात करने जाने लगीं। इस पर दिन में 11.55 बजे मिर्जापुर की रायनपुर पुलिस चौकी के सामने प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया था।
एसडीएम के वाहन से चुनार गेस्ट हाउस ले जाई गईं प्रियंका सहित कांग्रेस के 10 नेताओं पर शांतिभंग की आशंका में कार्रवाई की गई। प्रियंका गांधी पीड़ितों के परिवार से मिलन की जिद पर धरने पर बैठ गई थी। जिसके बाद शनिवार को पीड़ित परिवार की 5 महिलाओं से प्रियंका गांधी चुनार में ही मिलीं। प्रियंका गांधी ने पीड़ितों की तकलीफ सुनकर उन्हें ढांढस बंधाया। साथ ही कमरे में पीड़ितों के साथ बैठक की।
21st July, 2019