यूरीड मीडिया-भारतीय वायुसेना के लापता एएन-32 विमान का मलबा आठ दिन बाद मिला। AN-32 विमान का मलबा अरुणाचल प्रदेश के टाटो इलाके में लगभग 12,000 फुट की ऊंचाई पर मिला। शेयर किए गए तस्वीर में AN-32 विमान का मलबा और झुलसे हुए पेड़ साफ नजर आ रहे हैं, जो इशारा करते हैं कि जब विमान गिरा होगा तो कितनी जबर्दस्त आग लगी होगी। बीते 3 जून को लापता हुए AN-32 विमान ने 8 क्रू मेंबर और 5 यात्रियों के साथ उड़ान भरी थी। इस विमान को तलाशने के लिए इंडियन एयरफोर्स ने लगातार अभियान जारी कर रखा था।
अरुणाचल प्रदेश की दुर्गम पहाड़ियों पर जहां AN-32 का मलबा दिख रहा वहां तक पहुंचना भी किसी इम्तिहान से कम नहीं है। अरुणाचल प्रदेश के डीजीपी एसबीके सिंह ने बताया कि सेना, वायुसेना और स्थानीय प्रशासन की आपसी तालमेल के लिए बैठक हुई है। उन्होंने बताया कि जहां मलबा है, वहां तक पहुंचना बहुत मुश्किल काम है. कायिंग का जो सबसे करीबी पुलिस स्टेशन है, वहां पैदल तीन-चार घंटे लग सकते हैं. इसके अलावा 12-14 ट्रैक पार करने पड़ते हैं और घने जंगल रास्ता मुश्किल करते चलते हैं।
वहीं, वायुसेना ने बताया है कि वायुसेना, सेना और स्थानीय प्रशासन की पर्वतारोही टीम बनाई जा रही है। उन्हें हेलीकॉप्टरों से वहां पहुंचाया जाएगा, ताकि वो बचे हुए लोगों और दूसरी चीज़ों की तलाश कर सकें। सड़क के रास्ते जाने की कोई कवायद अभी नहीं की जा रही है। यानी अब भी बचाव का आख़िरी दौर बाक़ी है।
अरुणाचल प्रदेश की दुर्गम पहाड़ियों पर जहां AN-32 का मलबा दिख रहा वहां तक पहुंचना भी किसी इम्तिहान से कम नहीं है। अरुणाचल प्रदेश के डीजीपी एसबीके सिंह ने बताया कि सेना, वायुसेना और स्थानीय प्रशासन की आपसी तालमेल के लिए बैठक हुई है। उन्होंने बताया कि जहां मलबा है, वहां तक पहुंचना बहुत मुश्किल काम है. कायिंग का जो सबसे करीबी पुलिस स्टेशन है, वहां पैदल तीन-चार घंटे लग सकते हैं. इसके अलावा 12-14 ट्रैक पार करने पड़ते हैं और घने जंगल रास्ता मुश्किल करते चलते हैं।
वहीं, वायुसेना ने बताया है कि वायुसेना, सेना और स्थानीय प्रशासन की पर्वतारोही टीम बनाई जा रही है। उन्हें हेलीकॉप्टरों से वहां पहुंचाया जाएगा, ताकि वो बचे हुए लोगों और दूसरी चीज़ों की तलाश कर सकें। सड़क के रास्ते जाने की कोई कवायद अभी नहीं की जा रही है। यानी अब भी बचाव का आख़िरी दौर बाक़ी है।
12th June, 2019