लखनऊ,यूरिड मीडिया न्यूज। कांग्रेस ने बसपा से आये कई नेताओं को टिकट दिया है जिसके कारण मायावती की नाराजगी कांग्रेस से बढ़ती जा रही है। कांग्रेस ने पूर्व सांसद रामशंकर भार्गव को लखनऊ की मोहनलालगंज सुरक्षित सीट से प्रत्याशी बनाया है वैसे तो भार्गव इसी महीने सपा छोड़कर कांग्रेस में आए है। लेकिन वह सपा में बमुश्किल सवा साल रहे है। 12र्वीं लाकसभा के चुनाव में वह बसपा के टिकट पर ही सीतापुर की मिश्रिख सुरक्षित सीट से लोकसभा सांसद चुने गये थे। भार्गव के आने से मोहनलालगंज में बसपा की ही चुनौती बढ़नी तय है।
पिछले लोकसभा चुनाव में बुंदेलखण्ड की जालौन (सुरक्षित) सीट से खाबरी बसपा प्रत्याशी थे। चुनाव 261429 वोट पाकर नंबर दो पर थे। इस बार गठबंधन मे यह सीट सपा को चली गई। कांग्रेस ने खाबरी की शामिल कर प्रत्याशी बना दिया है। चुनाव को तगड़े त्रिकोण में बदलने का मुद्दा रखते है। सपा-बसपा गठबधंन में सीतापुर सीट बसपा के हिस्से में आई है पिछले लोकसभा चुनाव में यह सीट भाजपा जीती थी, लेकिन बसपा प्रत्याशी कैसरजहां 366519 वोटों के साथ नंबर दो पर थी लोगों को उम्मीद थी कि कैसरजहां गठबंधन की प्रत्याशी होंगी, लेकिन अटकलें शुरू हो गई है कि बसपा से उनका टिकट कट रहा है और एक पूर्व मंत्री को प्रत्याशी बनाने की तैयारी है। कैसरजहां बिना देर किए कांग्रेस में चली गई। कांग्रेस ने उन्हें प्रत्याशी बना दिया है।
1987 बैच की आईआरएस अधिकारी प्रीता हरित मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली है लेकिन दिल्ली में आयकर आयुक्त और मेरठ व सहारनपुर में प्रिसिंपल कर्मिश्नर आयकर के पद रही है। प्रीता बहुजन सम्यक संगठन चलाती है और सरकारी सेवा मे रहते हुए भी वह अनुसूचित वर्ग से जुड़ी मुद्दों पर मुखर रही है प्रीता नौकरी से वीआरएस से लेकर कांग्रेस मे शामिल हो गई है।
प्रदेश की बसपा सरकार में मंत्री रही ओमवती जाटव के पति आरके सिंह रिटायर्ड आईएएस है ओमवती 1985 में पहली बार कांग्रेस से विधायक चुनी गई थी 2014 लोकसभा में चुनाव में पहली ओमवती पाला बदल कर भाजपा में चली गई लेकिन भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया। 2017 में भाजपा ने उन्हें नगीना विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया,लेकिन वह हार गई। खास बात ये है कि अब भी बिजनौर में पैठ बनाए हुए है बिजनौर सीट भी बसपा के हिस्से में है। ओमवती को कांग्रेस से टिकट मिलना बसपा को खलना स्वाभाविक है।
23rd March, 2019