यूरीड मीडिया- उत्तर प्रदेश की कमान सँभालने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रदेश भर के नेताओं और कार्यकर्ताओं से अलग अलग मुलाकात की और उनसे बहुत सारी जानकारी एकत्र भी की। इन्हीं जानकारी पर unhone अपने ेरेपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट के साथ दोनों कांग्रेस अध्यक्ष से चर्चा करके कई फैसलों के औपचारिक ऐलान करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, कार्यकर्ताओं से सबसे पहला सवाल प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर को हटाने या बनाये रखने का किया गया।
जो आकड़े एकत्र हुए है उसके अनुसार करीब 75 फीसदी से ज़्यादा लोगों ने राजबब्बर को हटाने की मांग की। कई कार्यकर्ताओं ने तो यहां तक कहा कि, उनका ग्लैमर प्रचार में काम आ सकता है, संगठन में नहीं। इसलिए उनको स्टार नहीं प्रदेश में रहने और पूरा वक़्त देने वाला नेता चाहिए। अरसे से खुद राजबब्बर भी अध्यक्ष पद छोड़ने की राहुल से पेशकश कर चुके हैं, लेकिन राहुल लगातार अपनी पसंद राजबब्बर को बनाये रखने के मूड में रहे। अब राजबब्बर खुद लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं इसके लिए शुरुआती तौर पर उन्होंने मुरादाबाद और फतेहपुर सीकरी का दौरा करना और फीडबैक लेना भी शुरू कर दिया है। अब एक बार फिर राजबब्बर ने अपनी मंशा आलाकमान को बता दी, तो दूसरी तरफ कार्यकर्ताओं ने भी अपनी मंशा प्रियंका-सिंधिया के सामने ज़ाहिर कर दी है। राजबब्बर आगरा और फिरोजाबाद सीट से लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं। 2014 में वह गाजियाबाद सीट से चुनाव लड़े थे और बीजेपी के वीके सिंह से हारे थे।
सूत्रों की माने तो जल्दी ही यूपी कांग्रेस को दो नए अध्यक्ष मिल सकते हैं इससे एक और समस्या का भी समाधान हो जाएगा कि एक अध्यक्ष, दो महासचिवों के एक साथ अलग-अलग जगहों पर होने पर किसके साथ होगा। यानी पूर्वी यूपी की महासचिव प्रियंका के लिए पूर्वी यूपी कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिमी यूपी के महासचिव सिंधिया के लिए पश्चिमी यूपी अध्यक्ष का फार्मूला तैयार किया जा रहा है, जिसकी अंतिम घोषणा राहुल से चर्चा के बाद की जाएगी।
जो आकड़े एकत्र हुए है उसके अनुसार करीब 75 फीसदी से ज़्यादा लोगों ने राजबब्बर को हटाने की मांग की। कई कार्यकर्ताओं ने तो यहां तक कहा कि, उनका ग्लैमर प्रचार में काम आ सकता है, संगठन में नहीं। इसलिए उनको स्टार नहीं प्रदेश में रहने और पूरा वक़्त देने वाला नेता चाहिए। अरसे से खुद राजबब्बर भी अध्यक्ष पद छोड़ने की राहुल से पेशकश कर चुके हैं, लेकिन राहुल लगातार अपनी पसंद राजबब्बर को बनाये रखने के मूड में रहे। अब राजबब्बर खुद लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं इसके लिए शुरुआती तौर पर उन्होंने मुरादाबाद और फतेहपुर सीकरी का दौरा करना और फीडबैक लेना भी शुरू कर दिया है। अब एक बार फिर राजबब्बर ने अपनी मंशा आलाकमान को बता दी, तो दूसरी तरफ कार्यकर्ताओं ने भी अपनी मंशा प्रियंका-सिंधिया के सामने ज़ाहिर कर दी है। राजबब्बर आगरा और फिरोजाबाद सीट से लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं। 2014 में वह गाजियाबाद सीट से चुनाव लड़े थे और बीजेपी के वीके सिंह से हारे थे।
सूत्रों की माने तो जल्दी ही यूपी कांग्रेस को दो नए अध्यक्ष मिल सकते हैं इससे एक और समस्या का भी समाधान हो जाएगा कि एक अध्यक्ष, दो महासचिवों के एक साथ अलग-अलग जगहों पर होने पर किसके साथ होगा। यानी पूर्वी यूपी की महासचिव प्रियंका के लिए पूर्वी यूपी कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिमी यूपी के महासचिव सिंधिया के लिए पश्चिमी यूपी अध्यक्ष का फार्मूला तैयार किया जा रहा है, जिसकी अंतिम घोषणा राहुल से चर्चा के बाद की जाएगी।
21st February, 2019