यूरीड मीडिया-जम्मू कश्मीर में पुलवामा के आतंकी हमले में मेरठ के अजय कुमार समेत चार जवान शहीद हुए थे। बुधवार को शहीद अजय कुमार का शव उनके पैतृक गांव पहुंचा शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए ग्रामीणों के साथ-साथ यूपी के मंत्री भी पहुंचे। शहीद को श्रद्धांजलि देने आए बीजेपी के नेता और यूपी के मंत्री को उनकी एक भूल के लिए पीड़ित परिवार के गुस्से का सामना करना पड़ा। बीजेपी नेता शहीद की चिता के पास जूता पहनकर बैठे थे। इसी बात पर शहीद के परिजनों आग-बबूला हो गए परिजनों का गुस्सा देखकर मंत्री समेत उनके साथ बैठे अन्य लोगों को तुरंत ही अपना जूता खोलना पड़ा. इसके बाद ही मामला शांत हो पाया।
इस दौरान वहां मौजूद मीडिया के कैमरे में सारा मामला कैद हो गया। अजय कुमार का अंतिम संस्कार मेरठ के आईआईटी कॉलेज के खेल मैदान में हो रहा था। लोगों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने चिता के आस-पास बैरिकैडिंग लगा दी थी लेकिन कई नेता इस बैरिकैडिंग के अंदर जाकर बैठ गए। जिसमें केंद्रीय राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और मेरठ से बीजेपी के विधायक राजेंद्र अग्रवाल शामिल थे।
यह घटना सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही है। जहां जूतों में बीजेपी नेता और सामने नाराज परिजन नजर आ रहे हैं। इस दौरान कुछ नेता हंसते हुए भी नजर आ रहे हैं। सोमवार को पुलवामा में हुए एन्काउंटर में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने वाले मास्टरमाइंड कमरान गाजी मार दिया गया है। 18 घंटे तक चली इस मुठभेड़ में मेजर विभूति समेत 4 सिपाही शहीद हो गए थे। वहीं एक ब्रिगेडियर, लेफ्टिनेंट कर्नल और एक कर्नल को गोली लगी थी।
इस दौरान वहां मौजूद मीडिया के कैमरे में सारा मामला कैद हो गया। अजय कुमार का अंतिम संस्कार मेरठ के आईआईटी कॉलेज के खेल मैदान में हो रहा था। लोगों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने चिता के आस-पास बैरिकैडिंग लगा दी थी लेकिन कई नेता इस बैरिकैडिंग के अंदर जाकर बैठ गए। जिसमें केंद्रीय राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और मेरठ से बीजेपी के विधायक राजेंद्र अग्रवाल शामिल थे।
यह घटना सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही है। जहां जूतों में बीजेपी नेता और सामने नाराज परिजन नजर आ रहे हैं। इस दौरान कुछ नेता हंसते हुए भी नजर आ रहे हैं। सोमवार को पुलवामा में हुए एन्काउंटर में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने वाले मास्टरमाइंड कमरान गाजी मार दिया गया है। 18 घंटे तक चली इस मुठभेड़ में मेजर विभूति समेत 4 सिपाही शहीद हो गए थे। वहीं एक ब्रिगेडियर, लेफ्टिनेंट कर्नल और एक कर्नल को गोली लगी थी।
20th February, 2019