यूरीड मीडिया-प्रधानमंत्री की पूरी कैबिनेट का बड़बोलापन है। हुरिर्यत के नेता आज से नहीं पहले से ही ISI और पकिस्तान से पैसा ले रहे है फिर सरकारें उन्हें सुरक्षा देकर देशद्रोही ताकतों को दामाद की तरह क्यों पाल रही है। इन देशद्रोही ताकतों की औलादें ISI के पैसों से विदेशों में पढ़ रही हैं। नरेंद्र मोदी के लिए यह कहने और धमकी देने का समय नहीं है। सबसे पहले पाकिस्तान में पल रहे है देशद्रोही ताकतों जिनको सुरक्षा देकर दामाद की तरह पाला जा रहे है। इतनी बड़ी घटना के बाद जिसमें 40 जवान शहीद हो गये। 24 घंटे बाद बयान दे रहे है। सर्जिकल स्ट्राइक का फिल्म दिखने वाले आखिर इन देशद्रोही ताकतों की असलीयत जनता के सामने क्यो नहीं लाते और जब घटना होती है तो बयान देकर चुप हो जाते है। महबूबा मुफ्ती को कौन नहीं जनता कि यह आतंकवादियों की हिमायती है। भाजपा ने महबूबा को मुख्यमंत्री बना करके पूरे जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों को फलने फूलने का पूरा अवसर दिया। क्या यह माना जाए कि भाजपा देशद्रोही ताकतों के साथ नरमी बरत करके सत्ता पाने की सियासत कर रही थी। पाकिस्तान और आईएसआई को धमकी देकर चेतवानी देने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह पहले जम्मू कश्मीर के हुरिर्यत जिन पर पैसा लेने का आरोप लगा रहे है उनकी सुरक्षा वापस करके उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? बड़बोलेपन से देश में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पकिस्तान को चेतावनी देने के पहले देश में रहने वाले देशद्रोही पर तत्काल कार्यवाही करके जनता के सामने उनका चेहरा लाना चाहिए। आतांकवादी बिना स्थानीए संरक्षण के कोई भी वारदात नहीं कर सकते। पत्थरबाजों पर सीधे करवाही की जानी चाहिए जो हमारे सेना और जवानों पर आतकवादियों को बचाने के लिए पत्थरबाज़ी करते है। भारतीय संविधान में सीआरपीसी में साजिश करने वाले को 120 B की धारा में शामिल करके उतना ही सज़ा दी जाती है जितना मुख्य अभियुक्त को होता है। अगर आतंकवादी पर कार्यवाही हो रही है तो उनकी मदद करने वाले 120 B के दोषी है तो उन पर कार्यवाही क्यो नहीं ? प्रधानमंत्री औलाद विहीन है उन्हें किसी भी माता-पिता भाई बहन के उस पीड़ा का एहसास नहीं है जब उनका बेटा शहीद होता है । प्रधानमंत्री जी को अगर वाकई कार्यवाही करना चाहते है तो सबसे पहले 24 घंटों में जब तक जवानों का कृमिनेशन हो उसके पहले हुरिर्यत के नेताओ को सबक सीखा देना चाहिए।
15th February, 2019