लखनऊ, यूरिड न्यूज़। पूर्व मुख्यमंत्री बसपा प्रमुख मायावती ने अपने जन्मदिवस पर सपा और बसपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से आपसी मतभेद भुलाने की अपील की। उन्होने कहा कि भाजपा को हटाने के लिए सपा-बसपा कार्यकर्ता एकजुट हो। मायावती ने केंद्र सरकार पर सीबीआई के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और कहा कि गठबंधन तोड़ने के लिए भाजपा अखिलेश यादव के खिलाफ सीबीआई जांच कर डरा रही है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ने दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यक और गरीबों का नुकसान किया है। 10 फीसदी सवर्णों को आरक्षण का कोई लाभ मिलने वाला नहीं है। मायावती ने सवर्ण आरक्षण की भी वकालत की। उन्होंने कहा कि रक्षा सौदे मे पारदर्शिता होनी चाहिए तभी बोफोर्स और राफेल जैसे रक्षा सौदों मे खरीद के लिए दलाली के आरोप नहीं लगेंगे। इस अवसर पर उन्होंने अपनी लिखी हुई पुस्तक का विमोचन भी किया।
मायावती के जन्मदिन के अवसर पर प्रेस कांफ्रेस के मुख्य बातों के खास बिन्दु--
मायावती ने बसपा कार्यकर्ताओं से कहा, गिले शिकवे भूल गठबंधन को दिलाएं ऐतिहासिक जीत।
केंद्र सरकार के नोटबंदी और जीएसटी के फैसले की वजह से और भी दयनीय स्थिति हो गई है। इसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर काफी पड़ा है। इन सभी से लाभ देश के धन्नासेठों को हुआ।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि लोकसभा में जीत हमारे जन्मदिन का तोहफा होगी।
हाल ही में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनावी परिणाम ने बीजेपी को सबक सिखाया है। साथ ही राजनीतिक संदेश केवल बीजेपी को ही नहीं, बल्कि कांग्रेस को भी दिया है। इन्हें समझ लेना चाहिए कि लोकलुभावन, जुमलों से दाल नहीं गलने वाली है।
मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस में सवर्ण आरक्षण का भी जिक्र किया। उन्होने कहा कि हम चाहते हैं कि मुसलमानों को भी आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाए।
जुमे की नामज में भी सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया गया। मुसलमानों की नमाज पर भी रोक लगाने की कोशिश की गई।
पीएम नरेंद्र मोदी ताबड़तोड़ रैली कर रहे हैं। वे अपनी रैली में किस्म-किस्म के वादे कर रहे हैं।
बीजेपी ने बजरंग बली को जाति में बांटा और धर्म की राजनीति की है।
मायावती ने बसपा कार्यकर्ताओं से कहा, गिले शिकवे भूल गठबंधन को दिलाएं ऐतिहासिक जीत।
15th January, 2019