यूरीड न्यूज़- मध्य प्रदेश में 15 सालों के बाद कांग्रेस के हाथ में सत्ता आयी है और उनका सत्ता के लिए वनवास खत्म हो गया। इसके साथ ही कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ (Kamal Nath) मध्य प्रदेश के 31वें मुख्यमंत्री बने हैं। 8 महीने पहले उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था।
उनका राजनीतिक सफर 38 साल पहले एक सांसद के रूप में शुरु हुआ था। जब उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की बात आई तब यह बात भी चर्चा में आ गई कि इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) उन्हें अपने तीसरे बेटे के रूप में मानती थीं। इसी लिए आज भी कांग्रेस पार्टी में उनका दबदबा कायम है।
एक बार इंदिरा गांधी छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कमलनाथ के चुनाव प्रचार में पहुंचीं थीं। तब इंदिरा ने चुनावी रैली में कहा था कि कमलनाथ मेरे लिए तीसरे बेटे की तरह हैं। कृपया उन्हें वोट दीजिए। कमलनाथ सच में इंदिरा के तीसरे बेटे की तरह थे।
दून स्कूल से पढ़ाई करने के बाद कमलनाथ ने कोलकाता के सेंट जेवियर कॉलेज से बी.कॉम किया। 27 जनवरी 1973 को उन्होंने अलका नाथ से शादी की। 1980 में 34 साल की उम्र में उन्होंने पहली बार छिंदवाड़ा से चुनाव जीता।
अलकानाथ 1996 में छिंदवाड़ा लोकसभा से सांसद चुनी गई थीं। उस समय उनका राजनीति में आने का किस्सा भी बेहद रोचक है। दरअसल 1996 में कमल नाथ हवाला कांड के आरोप में घिर गए थे। तब कांग्रेस ने उनकी पत्नी अलका को चुनाव में उतार दिया। अलका ने चुनाव लड़ा और वह जीत गईं। उपचुनाव में कमल नाथ सुंदर लाल पटवा से हार गए।
जिसके बाद उन्हें तुगलक लेन का बंगला खाली करने का नोटिस मिला। बंगला खाली होने के नोटिस के बाद उन्होंने यह बंगला अपनी पत्नी अलका नाथ के नाम करवाने का सोचा। लेकिन नियमों के तहत पहली बार जीत कर आने वाले किसी भी नेता को इतना बड़ा बंगला नहीं दिया जाता है। जब हवाला कांड की बात ठंडी पड़ गई तब कमल नाथ ने पत्नी से इस्तीफा दिलवा दिया।
उनका राजनीतिक सफर 38 साल पहले एक सांसद के रूप में शुरु हुआ था। जब उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की बात आई तब यह बात भी चर्चा में आ गई कि इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) उन्हें अपने तीसरे बेटे के रूप में मानती थीं। इसी लिए आज भी कांग्रेस पार्टी में उनका दबदबा कायम है।
एक बार इंदिरा गांधी छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कमलनाथ के चुनाव प्रचार में पहुंचीं थीं। तब इंदिरा ने चुनावी रैली में कहा था कि कमलनाथ मेरे लिए तीसरे बेटे की तरह हैं। कृपया उन्हें वोट दीजिए। कमलनाथ सच में इंदिरा के तीसरे बेटे की तरह थे।
दून स्कूल से पढ़ाई करने के बाद कमलनाथ ने कोलकाता के सेंट जेवियर कॉलेज से बी.कॉम किया। 27 जनवरी 1973 को उन्होंने अलका नाथ से शादी की। 1980 में 34 साल की उम्र में उन्होंने पहली बार छिंदवाड़ा से चुनाव जीता।
अलकानाथ 1996 में छिंदवाड़ा लोकसभा से सांसद चुनी गई थीं। उस समय उनका राजनीति में आने का किस्सा भी बेहद रोचक है। दरअसल 1996 में कमल नाथ हवाला कांड के आरोप में घिर गए थे। तब कांग्रेस ने उनकी पत्नी अलका को चुनाव में उतार दिया। अलका ने चुनाव लड़ा और वह जीत गईं। उपचुनाव में कमल नाथ सुंदर लाल पटवा से हार गए।
जिसके बाद उन्हें तुगलक लेन का बंगला खाली करने का नोटिस मिला। बंगला खाली होने के नोटिस के बाद उन्होंने यह बंगला अपनी पत्नी अलका नाथ के नाम करवाने का सोचा। लेकिन नियमों के तहत पहली बार जीत कर आने वाले किसी भी नेता को इतना बड़ा बंगला नहीं दिया जाता है। जब हवाला कांड की बात ठंडी पड़ गई तब कमल नाथ ने पत्नी से इस्तीफा दिलवा दिया।
17th December, 2018