यूरीड मीडिया- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में किसी का भी भरोसा नहीं किये जाने की बात कही । रविवार रात व्हाइट हाउस में बिताए गए अपने 20 महीने के अनुभव पर बात करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मैं हमेशा सतर्क रहता हूं, लेकिन यह नहीं कह रहा हूं कि मैं व्हाइट हाउस में किसी पर भरोसा करता हूं। मैं किसी पर भरोसा नहीं करता। मैं बच्चा नहीं हूं। वाशिंगटन डीसी एक शातिर जगह है। आप पर आरोप लगते हैं, बुरी बातें कही जाती हैं, पीठ पीछे बहुत कुछ बोला जाता हैं। इसके बावजूद मैं यहां सहज महसूस करता हूं।’
ट्रंप ने मीडिया के बारे में अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मीडिया बहुत बेईमान है। यह बहुत कपटी दुनिया है। झूठ, चालाकी और धोखेबाजी से भरी। आप किसी के साथ डील करो और यहां कुछ और ही बताया जाता है। राष्ट्रपति के तौर पर सबसे बड़े आश्चर्य के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं हमेशा कहता था कि मैनहेटन के रीयल एस्टेट कारोबारी सबसे मजबूत व्यक्ति होते हैं, लेकिन अब कहता हूं कि वे बच्चे हैं। सबसे मजबूत और हिम्मती राजनीतिक व्यक्ति होते हैं।
ट्रंप ने कहा कि कोई भी वह नहीं कर सकता, जो वह कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब आप टैक्स की बात करते हैं, नियमों की, दूसरे देशों के साथ समझौतों की। कोई वो नहीं कर सका, जो मैंने किया है। वास्तविकता में ज्यादातर लोगों ने कोशिश ही नहीं की, क्योंकि उन्हें पता था कि वे ऐसा करने में सक्षम ही नहीं हैं।
उन्होंने अपने प्रशासन में मची उथल-पुथल की खबरों को झूठा करार देते हुए कहा, ‘यह गलत हैं। झूठी और फर्जी खबर है। मैं चीजों को बदलने की कोशिश कर रहा हूं। मैं इसके लिए प्रतिबद्ध हूं। मेरे पास लोग स्टैंडबाय पर हैं और यह अभूतपूर्व है। ये लोग प्रशासन में आएंगे, यह शानदार होगा’।
ट्रंप ने मीडिया के बारे में अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मीडिया बहुत बेईमान है। यह बहुत कपटी दुनिया है। झूठ, चालाकी और धोखेबाजी से भरी। आप किसी के साथ डील करो और यहां कुछ और ही बताया जाता है। राष्ट्रपति के तौर पर सबसे बड़े आश्चर्य के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं हमेशा कहता था कि मैनहेटन के रीयल एस्टेट कारोबारी सबसे मजबूत व्यक्ति होते हैं, लेकिन अब कहता हूं कि वे बच्चे हैं। सबसे मजबूत और हिम्मती राजनीतिक व्यक्ति होते हैं।
ट्रंप ने कहा कि कोई भी वह नहीं कर सकता, जो वह कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब आप टैक्स की बात करते हैं, नियमों की, दूसरे देशों के साथ समझौतों की। कोई वो नहीं कर सका, जो मैंने किया है। वास्तविकता में ज्यादातर लोगों ने कोशिश ही नहीं की, क्योंकि उन्हें पता था कि वे ऐसा करने में सक्षम ही नहीं हैं।
16th October, 2018