यूरिड मीडिया- देवरिया शेल्टर होम कांड के बाद अब वाराणसी और मिर्जापुर के शिशु गृहों से 25 बच्चों के लापता होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. वाराणसी के लक्ष्मी शिशु गृह से सात बच्चे गायब हैं, जबकि मिर्जापुर के महादेव शिशु गृह से 18 बच्चे लापता हैं. मामला सामने आने के बाद महिला और बाल विकास मंत्रालय ने दोनों जिलों के डीएम को 15 सितम्बर तक जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है. इसके बाद जिलाधिकारियों ने एडीएम सिटी को मामले की जांच सौंप दी है.
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अपर सचिव अजय तिर्की की ओर से भेजे गए पत्र के अनुसार वाराणसी के लक्ष्मी शिशु गृह की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार उनके यहां 15 शिशु थे. बीते 16 मार्च को जब लक्ष्मी शिशु गृह का भारत सरकार की टीम ने निरीक्षण किया तो वहां आठ बच्चे ही मिले, जबकि सात नहीं थे. गायब सात बच्चों के बारे में लक्ष्मी शिशु गृह प्रबंधन से ठोस जानकारी नहीं मिल सकी है.
वहीं केंद्रीय मंत्रालय की टीम ने उसी दिन मिर्जापुर के महादेव शिशु गृह का भी निरीक्षण किया. वहां 38 बच्चों के होने की जानकारी मुहैया कराई गई थी, लेकिन मौके पर 14 बच्चे ही मिले. संस्था ने बताया कि छह बच्चे शांभवी, मारिया, हनी, शुभम, परी और आशीष की मौत हो चुकी है. इनकी मौत 1 अप्रैल 2017 से फरवरी 2018 के बीच हुई. इसकी भी जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
मामले में जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रवीण त्रिपाठी ने बताया कि केंद्रीय टीम के निरीक्षण के दौरान मिली खामियों के बाद लक्ष्मी शिशु गृह की मान्यता रद्द कर दी गई थी. शिशु गृह में मौजूद बच्चों को लखनऊ भेज दिया गया था.
14th September, 2018