लखनऊ। यूरिड न्यूज। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती अंबेडकरनगर संसदीय सीट से चुनाव लड़ सकती है। अंबेडकरनगर संसदीय क्षेत्र परिसीमन के पहले अकबरपुर ;फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। अकबरपुर आरक्षित सीट थी परिसीमन के बाद अकबरपुर का नाम बदल कर अंबेडकरनगर संसदीय क्षेत्र कर दिया गया। परिसीमन में आये जातीय आंकड़ों के बदलाव के कारण अंबेडकरनगर सामान्य सीट हो गयी। अंबेडकरनगर के नाम मायावती ने मुख्यमंत्री के रुप में नया जिला बनाया था । इस संसदीय क्षेत्र में 5 विधानसभा सीटें गोसाईगंज, कटेहरी, टांडा, जलालपुर, और अकबरपुर आते है। 2017 विधानसभा चुनाव की भाजपा लहर में भी बसपा के तीन बड़े नेता लालजी वर्मा, रामअचल राजभर और रितेश पाण्डेय चुनाव जीते है। जिससे यह साबित होता है सामान्य सीटे होने के बाद भी बसपा का दब.दबा अंबेडकरनगर संसदीय क्षेत्र में सीट पर कायम है। मायावती परिसीमन के पहले अकबरपुर जो वर्तमान में अंबेडकरनगर है। इस संसदीय सीट से 1998ए 1999 और 2004 में तीन बार लोकसभा चुनाव जीत चुकी है। सामान्य सीट होने के बाद भी बसपा के लिए अंबेडकरनगर सीट सबसे ज्यादा सुरक्षित मानी जा रही है। यह माना जाता है कि मायावती सामान्य सीट से चुनाव लड़कर यह संदेश देना चाहेगी कि वह एक जाति विशेष की नही ब्लकि सभी जातियों व धर्मो की सर्वमान्य नेता है जातीय एवं धार्मिक जनसंख्या के आधार पर भी अंबेडकरनगर संसदीय क्षेत्र बसपा का सबसे मजबूत गढ़ है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण यही है भाजपा लहर में 19 में से 3 विधानसभा सीटे अंबेडकरनगर संसदीय सीट की शामिल है।
अंबेडकरनगर सामान्य सीट से चुनाव लड़ सकती मायावती
17th July, 2018