आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए बीजेपी को रोकने के लिए यूपी में सपा और बसपा के बीच महागठबंधन की संभावना बनती दिख रही है. इसकी बानगी पिछले गोरखपुर, फूलपुर और कैराना लोकसभा एवं नूरपुर विधानसभा उपचुनाव में देखने को मिली. हालांकि अभी भी इस तरह के महागठबंधन की कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन दोनों ही दल लगातार इस बात के संकेत दे रहे हैं और फूंक-फूंक कर कदम रख इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. इसी कड़ी में सपा और बसपा ने तालमेल के तहत एक-दूसरे के दलबदलुओं को अपनी पार्टी में शामिल नहीं करने का फैसला किया है. इसके जरिये इन दलों का मकसद परस्पर आपसी विश्वास पैदा करना है.
द इंडियन एक्सप्रेस की इस रिपोर्ट के मुताबिक सीट-शेयरिंग फॉर्मूला निकालने की जुगत में लगे इन दलों ने फैसला किया है कि सपा, अपनी पार्टी में दल बदलने वाले किसी बसपा नेता को शामिल नहीं करेगी और इसी तरह बसपा ने भी सपा के किसी नेता को शामिल नहीं करने का फैसला किया है. हालांकि इस तरह की कोई लिखित सहमति नहीं बनी है लेकिन सूत्रों के मुताबिक इस बात पर दोनों पक्षों की तरफ से अनौपचारिक सहमति जरूर बन गई है.
24th June, 2018