बेंगलुरु, यूरिड न्यूज़। कर्नाटक के सियासी ड्रामा अभी ठहरा नहीं है। इस राजनीतिक उठा-पटक में कांग्रेस नेता और राज्य के डिप्टी सीएम जी परमेश्वर के बयान से एक बाद फिर मामला विवादों में घोर गया है। गुरुवार को परमेश्वर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पूरे पांच साल तक के कार्यकाल के लिए बतौर सीएम एचडी कुमारस्वामी का समर्थन करने पर अब तक कोई फैसला नहीं लिया है। बताते चलें कि शुक्रवार को कुमारस्वामी सरकार को सदन में बहुमत परीक्षण से गुजरना है। जेडीएस को आज सदन के पटल पर फ्लोर टेस्ट कर अपना बहुमत सबीर्ट करना पड़ेगा।
ये सत्ता के लालची मोदी से मुक़ाबला करेंगे जो चार दिन अपने ज़ुबान पर क़ाबू नहीं रख सकते। ऐसे-ऐसे लालचियों के भरोसे कोई भी पार्टी बीजेपी को टक्कर नहीं दे सकेगी।
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम परमेश्वर ने कहा, 'इस मुद्दे पर अभी चर्चा होना और अंतिम फैसला लिया जाना बाकी है। हमारा तात्कालिक लक्ष्य फ्लोर टेस्ट को पास करना, मंत्रियों के विभागों का बंटवारा और लोगों को सुशासन मुहैया कराना है। वहीं, सीएम पद की हिस्सेदारी समेत कई मुद्दों पर अभी काम होना बाकी है।'
विभागों के बंटवारे पर माथापच्ची बाकी
बतौर डेप्युटी सीएम कार्यभार संभालने के बाद पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान परमेश्वर ने यह बयान दिया। इससे साफ संकेत मिलता है कि गठबंधन के सहयोगियों में बीजेपी को सत्ता से बाहर रखने के बाद समय से पहले ही गांठें उभर रही हैं। दोनों पार्टियों के बीच अभी मंत्रियों के विभागों के बंटवारे के जटिल मुद्दे पर बात नहीं बनी है। ज्यादा विधायक होने के बावजूद सीएम पद की कुर्बानी देने के बाद अब कांग्रेस अहम विभागों पर दावा जता रही है।
महज 37 विधायकों के साथ कुमारस्वामी पूरी तरह से कांग्रेस पर निर्भर हैं। हाल ही में उन्होंने अपनी सहयोगी कांग्रेस के साथ मुख्यमंत्री की कुर्सी में हिस्सेदारी की किसी संभावना को खारिज किया था। बुधवार को सीएम पद की शपथ लेने के बाद कुमारस्वामी ने मीडिया से कहा था, 'हमारा इकलौता लक्ष्य एक आदर्श गठबंधन बनाना है। मेरे कार्यकाल और सरकार गठन से जुड़ी दूसरी जरूरतों पर हम लोगों के बीच अभी बात नहीं हुई है।' अपने कार्यकाल के दूसरे दिन डेप्युटी सीएम जी परमेश्वर के बयान से वह कितने खुश होंगे यह भी देखने वाली बात है।
2019 चुनाव तक गठबंधन को दिक्कत नहीं
सियासी जानकार अभी मानते हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन सरकार में कोई दिक्कत नहीं आएगी। क्योंकि अगर गठबंधन में टूट होती है, तो बीजेपी फायदा उठाने में देरी नहीं लगाएगी। शपथग्रहण के ठीक एक दिन बाद जब कांग्रेस कुमारस्वामी की ताजपोशी के दौरान गैर-बीजेपी पार्टियों के बीच एकता की कोशिशों के केंद्र में रही, परमेश्वर का बयान विवाद को जन्म दे सकता है।
25th May, 2018