नई दिल्ली। पावन पर्व शिवरात्रि महादेव को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा दिन माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि शिवरात्रि के दिन सच्चे मन से भोलेनाथ की आराधना, ध्यान और पूजा पाठ के साथ भांग का प्रसाद अर्पित करने से भोले बाबा प्रसन्न होते है। और मन चाहा वर देते हैं। शिवरात्रि के दिन पूजा तो हर कोई करता है लेकिन पूजा के बाद कुछ चीजों का ध्यान रखना अति आवश्यक है।
हम आपको ऐसे कई कारणों के बारे में बताएँगे जिसे अपनाकर आप बाबा को प्रसन्न कर मन चाहा वरदान मांग सकते है, साथ ही कुछ ऐसे कारण भी है जिसे आपको भूलकर भी नहीं करना है। महादेव की पूजा विधि की तमाम जानकारी देने वाले शिवपुराण में कुछ ऐसी बातें बताई गई हैं, जो अगर शिवरात्रि के दिन किए जाए तो भक्त पर बाबा भोले की कृपा बन सकती है।
सबका करें सम्मान- शिवरात्रि की पूजा करें या ना करें हमें कभी भी अपने से बुजुर्ग को किसी भी हालात में अपमानित नहीं करना चाहिए। किसी बुजुर्ग व्यक्ति, गुरु, भाई-बहन, जीवन साथी, माता-पिता, मित्र और ज्ञानी लोगों का अपमान गलती कभी हो जाता है तो हमें वक्त रहते क्षमा मांग लेनी चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि शिवरात्रि के दिन बड़े-बुजुर्गों का अपमान करने से शिवजी नाराज हो जाते हैं। इसलिए सभी का दिल से सम्मान करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते है।
शिवलिंग पर ना चढ़ाएं तुलसी- शास्त्रानुसार मान्यता है कि शिवलिंग पर कभी भी तुलसी नहीं अर्पित करनी चाहिए. शास्त्रों में तुलसी को भगवान विष्णु पर चढ़ाने के लिए शुद्ध माना गया है लेकिन शिवलिंग पर इसे चढ़ाना वर्जित माना गया है। इसलिए शिवरात्रि के खास पर्व पर तुलसी की पत्ती को भगवान से दूर रखना चाहिए।
हल्दी से करें परहेज- शिवजी की पूजा करते वक्त ध्यान रखिए की आप शिवलिंग पर हल्दी नहीं चढ़ानी चाहिए। शास्त्रानुसार शिवलिंग पुरुष तत्व से संबंधित है और ये शिवजी का प्रतीक है। इस कारण शिवलिंग पर नहीं, बल्कि जलाधारी पर हल्दी चढ़ानी चाहिए।
प्रातःकाल करें पूजा- शिवरात्रि के दिन जितनी सुबह हो सके शिवजी की अराधना करें। जल्दी जागें और स्नान आदि कार्यों के बाद शिवजी की पूजा करें। अगर आप देर तक सोते हैं और इस कारण देर से पूजा करते हैं तो आपको भी शिवजी की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए शिवरात्रि के दिन जल्दी ही स्नान आदि से निर्वरित होकर भगवान शंकर की उपासना में लग जाना चाहिए।
13th February, 2018