Lucknow। शिया सेन्ट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी ने अयोध्या बाबरी मस्जिद विवाद को सुलझाने के लिए एक सुझाव सामने रखा है। जानकारी के मुताबिक इस मामले में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष समेत कई पक्षकारों के दस्तखत होने का दावा किया जा रहा है। मसौदे में विवादित स्थल पर भव्य राम मंदिर और लखनऊ में मस्जिद-ए-अमन के निर्माण का प्रस्ताव है। इस मसौदे का सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह है कि इस विवाद में पक्षकार सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड की तरफ से किसी के हस्ताक्षर नहीं हैं।
शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी ने बाबरी मस्जिद विवाद को हल करने की दिशा में बड़े डेवलपमेंट का दावा किया है। इस मसौदे में महन्त धर्मदास जी महाराज हनुमानगढ़ी, महन्त सुरेशदास दिगम्बर अखाड़ा, महंत अवधेश दास महाराज, महंत रामजी महाराज, डॉ. रामेश्वर दास, राम विलास वेदान्ती, महन्त नरेंद्र गिरी महाराज, महंत नृत्य गोपाल और अध्यक्ष राम जन्म भूमि न्यास की सहमति का दावा किया जा रहा है। इस प्रस्ताव में विवादित स्थल पर भव्य राम मंदिर जबकि लखनऊ में हुसैनाबाद घण्टाघर के सामने एक एकड़ ज़मीन पर मस्जिद-ए-अमन के नाम से बड़ी मस्जिद बनाने का प्रस्ताव है।
20th November, 2017