बहस बाजी करने से बचें
यदि आपकी सासु मां या ननद आपसे कुछ करने को कहें और आपका मन उसे ना करने का हो या फिर आप थकी हुई हैं, तो उसे प्यार से उन्हें समझा कर कहें। ऐसा नहीं है कि वो मानेंगी नहीं बल्कि हो सकता है कि वह आपको आगे आने वाली परेशानियों से भी बचा लें। उनके मुंह पर जवाब देना और उनका अपमान करना आपके लिये घाटे का सौदा हो सकता है।
घर की बहु को किसी की बुराई नहीं करनी चाहिये नहीं तो सदस्यों को उससे बात करने में डर लगता है। और हां, किसी के साथ अकेले में बैठ कर कमरा बंद कर के तो बिल्कुल भी बुराई नहीं करनी चाहिये क्योंकि इसका परिणाम घरों को तोड़ देता है।
गुमसुम ना रहें
ससुराल में आते ही कुछ दिन तो बड़ा अकेलापन सा लगता है लेकिन धीरे धीरे खुद को एडजस्ट करना सीख लें। हर सदस्य से बातें करें और उनकी पसंद ना पसंद के बारे में जानने की चाहत रखें। घर में बच्चों को दोस्त बनाएं और नन्दों तथा देवरों को दिल के करीब रखें। इससे आपका मन पूरी तरह से रम जाएगा और आप गुमसुम नहीं रहेंगी।